नेपाली कांग्रेस के अध्यक्ष शेर बहादुर देवबा ने सीपीएन-माओवादी सेंटर के प्रमुख प्रचंड की उम्मीदवारी का प्रस्ताव दिया और माओवादी नेता कृष्ण बहादुर महारा ने इसका समर्थन किया। यह महत्वपूर्ण घटनाक्रम उस वक्त हुआ है जब एक दिन पहले नेपाली राष्ट्रपति विद्या भंडारी ने बहुमत वाली सरकार के गठन के लिए सभी राजनीतिक दलों का नए सिरे से आह्वान किया था। इससे पहले राष्ट्रपति की ओर से सरकार गठन के लिए दी गई समयसीमा खत्म हो गई थी और प्रमुख राजनीतिक दलों के बीच कोई सहमति नहीं बन पाई थी। मिली जानकारी के अनुसार नेपाली संसद ने कल प्रधानमंत्री पद के चुनाव के लिए तैयारी शुरू कर दी है। स्पीकर ओनसारी घारटी ने कल सुबह 11 बजे 596 संसदीय संसद की बैठक बुलाई है जिसमें नए प्रधानमंत्री का चुनाव होगा।
नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री केपी ओली ने बीते 24 जुलाई को प्रधानमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था जिसके बाद नेपाल में नया राजनीतिक संकट पैदा हो गया। अपने भारत विरोधी रूख के लिए पहचाने जाने वाले प्रचंड के नेपाल का 39वां प्रधानमंत्री बनने की संभावना है। उनको सबसे बड़ी पार्टी नेपाली कांग्रेस का समर्थन हासिल है। मधेसी पार्टियों ने भी उनकी उम्मीदवारी का समर्थन किया है। हालांकि सीपीएन-यूएमएल ने प्रचंड के खिलाफ प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार उतारने का फैसला किया है।