श्रीलंका में ईस्टर संडे के आत्मघाती हमले के बाद भड़की सांप्रदायिक हिंसा के लगातार फैलते रहने पर प्रशासन ने सोमवार को पूरे देश में कर्फ्यू लगा दिया। आत्मघाती हमले में करीब 260 लोग मारे गये थे। पुलिस का कहना है कि चिला नाम के एक कस्बे में फेसबुक से शुरू हुआ विवाद दंगे में बदल गया। इस बीच एक अल्पसंख्यक की गला रेत कर हत्या कर दी गई है।
सेना प्रमुख महेश सेनानायक ने कहा है कि सैनिकों को कर्फ्यू का उल्लंघन करने वालों से कड़ाई से निपटने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने कहा कि यदि कोई निषेधाज्ञा का उल्लंघन करता है तो सेना उसे देखते ही गोली मार देगी।
इससे पहले दिन में प्रशासन ने सामुदायिक हिंसा के बाद उत्तर पश्चिमी क्षेत्र के चार शहरों -- कुलियापिटिया, हेटिपोला, बिंगिरिया और डूमलसूरिया में कर्फ्यू हटाने के कुछ घंटों बाद फिर कल तड़के चार बजे तक के लिए लगा दिया। बाद में हिंसा फैलने पर पूरे उत्तर और पश्चिम प्रांत में कर्फ्यू लगा दिया गया।
45 साल के व्यक्ति की हत्या
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पुत्तलम जिले में दंगाइयों ने 45 साल के दुकान पर धारदार हथियारों से हमला कर दिया। घायल शख्स को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी मौत हो गई। खबरों के मुताबिक, इस इलाके में दंगाइयों ने मस्जिदें जला दी और मुसलमानों के घरों पर हमला किया।
प्रधानमंत्री ने की शांति की अपील
श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने भी खासकर करुनेगला जिले में अशांति फैलने के बाद लोगों से शांति की अपील की। विक्रमसिंघे ने कहा, "उत्तर पश्चिम प्रांत में कुछ संगठन अशांति फैला रहे हैं, उन्होंने तोड़-फोड़ की है। सुरक्षा बलों ने हालात नियंत्रण में किया है, ये संगठन देश भर में अशांति फैला रहे हैं इसलिए देश भर में कर्फ्यू लगाने का निर्णय लिया गया है।"
सोशल मीडिया पर प्रतिबंध
श्रीलंका सरकार ने देश में अल्पसंख्यक मुसलमानों और बहुसंख्यक सिंहली समुदायों के बीच हिंसा की घटनाओं के बाद सोशल मीडिया पर भी फिर प्रतिबंध लगा दिया।
इस फेसबुक पोस्ट से फैली हिंसा
फेसबुक और व्हाट्सऐप पर प्रतिबंध से एक दिन पहले श्रीलंकाई पुलिस ने रविवार को देश के पश्चिम तटीय शहर चिलॉ में भीड़ द्वारा एक मस्जिद और मुस्लिमों की कुछ दुकानों पर हमला किए जाने के बाद तत्काल प्रभाव से कर्फ्यू लगा दिया था। एक मुस्लिम दुकानदार के फेसबुक पोस्ट से भीड़ ने हमला किया था। डेली मेल के मुताबिक श्रीलंका में हिंसा एक फेसबुक पोस्ट के बाद शुरू हुई। इस फेसबुक पोस्ट में एक मुस्लिम दुकानदार ने लिखा था, "ज्यादा हंसो मत, एक दिन तुम रोओगे।" इस फेसबुक पोस्ट के जारी होने के बाद श्रीलंका उत्तर पश्चिम चिलाव में तनाव फैल गया।
21 अप्रैल को हुए थे गिरजाघरों पर हमले
बता दें कि देश में 21 अप्रैल को तीन गिरजाघरों और तीन लक्जरी होटलों में हुए आत्मघाती हमलों में 253 लोगों की मौत हो गई थी और 500 से अधिक लोग घायल हो गए थे। इन हमलों के बाद से देश में हिंसा की घटनाएं बढी हैं।