अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यूक्रेन की स्थिति के प्रति निराशा व्यक्त करते हुए कहा कि उसके लोग “मर चुके” हैं और देश “खत्म” हो चुका है। ट्रंप ने कहा कि यूक्रेन को फरवरी 2022 में रूस के हमले से पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बात करनी चाहिए थी।
उन्होंने कहा, “अगर बहुत बुरा कोई समझौता भी हुआ होता तो वह आज जो स्थिति है, उससे बेहतर होता।” उनके इन बयानों से यह सवाल भी उठ रहा है कि अगर पूर्व राष्ट्रपति दोबारा चुने जाते हैं तो वह उस देश (यूक्रेन) के भविष्य को लेकर बातचीत में कितनी रियायत देने को तैयार होंगे।
यूक्रेन के लिए अमेरिकी मदद की काफी समय से आलोचना कर रहे ट्रंप अक्सर दावा करते रहे हैं कि अगर वह राष्ट्रपति होते तो रूस कभी आक्रमण नहीं करता।
वह यह भी दावा करते रहे हैं कि अगर वह दोबारा राष्ट्रपति बनते हैं तो युद्ध रुकवा देंगे।
लेकिन उन्होंने बिरले ही विस्तार से इस विषय पर अपनी बात रखी।
पूर्व राष्ट्रपति ने उत्तरी कैरोलीना में एक कार्यक्रम में कहा कि कीव से बाहर यूक्रेन का ज्यादातर हिस्सा खंडहरों में तब्दील हो चुका है।
ट्रंप ने कहा कि यूक्रेन के पास सैनिकों की कमी है और युद्ध में हुईं मौतों एवं लोगों के पड़ोसी देशों में चले के कारण वहां आबादी कम हो रही है।
उन्होंने सवाल किया कि क्या देश के पास युद्ध को समाप्त करने के लिए बातचीत करने की कोई गुंजाइश है।
ट्रंप ने कहा, “कोई भी समझौता-बदतर समझौता- भी हुआ होता तो इस स्थिति से बेहतर होता जो आज हमारे सामने है।”
पूर्व राष्ट्रपति ने कहा, ‘अगर उन्होंने कोई खराब सौदा भी किया होता तो भी वह इससे बहुत बेहतर होता। उन्होंने थोड़ा सा त्याग किया होता तो न जाने कितने लोगों की जान बच जाती।”
पूर्व राष्ट्रपति ने कहा, “अब हम क्या समझौता कर सकते हैं? यह (यूक्रेन) खत्म हो चुका है। लोग मर चुके हैं। देश मलबे में तब्दील हो चुका है।”