भारत और पाकिस्तान में बढ़ते तनाव के मद्देनजर अमृतसर, पठानकोट और फिरोजपुर जैसे प्रमुख सीमावर्ती इलाकों समेत पंजाब के कई जिलों में बृहस्पतिवार को ‘ब्लैकआउट’ के बीच राज्य के लोग रात भर चिंतित रहे।
पंजाब के जालंधर, गुरदासपुर और होशियारपुर जैसे जिलों में भी ‘ब्लैकआउट’ रहा। प्राधिकारियों ने पंजाब और हरियाणा की साझा राजधानी चंडीगढ़ में भी मध्य रात्रि तक करीब दो घंटे के लिए बिजली काट दी।
यह कदम ऐसे समय में उठाया गया जब भारत ने बृहस्पतिवार रात जम्मू और पठानकोट समेत सैन्य ठिकानों पर ड्रोन और मिसाइलों से हमला करने के पाकिस्तान के प्रयासों को विफल कर दिया।
इससे पहले भारत ने देश के उत्तरी और पश्चिमी क्षेत्रों में 15 स्थानों पर इसी तरह की कोशिशों को नाकाम कर दिया। रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि पाकिस्तानी सेना ने सात-आठ मई की रात को अवंतीपुरा, श्रीनगर, जम्मू, पठानकोट, अमृतसर, कपूरथला, जालंधर, लुधियाना, आदमपुर, बठिंडा, चंडीगढ़, नल, फलोदी, उत्तरलाई और भुज को निशाना बनाने का प्रयास किया।
यह घटनाक्रम ऐसे समय में हुआ है जब भारतीय सशस्त्र बलों ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के जवाब में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) और पाकिस्तान में बुधवार को नौ आतंकवादी ठिकानों पर सटीक मिसाइल हमले किए थे।
पठानकोट में कुछ स्थानीय लोगों ने दावा किया था कि उन्होंने बृहस्पतिवार रात को विस्फोट जैसी आवाजें सुनीं, हालांकि इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई। शुक्रवार सुबह शांति बनी रही।
सीमावर्ती शहर में हवाई हमले की चेतावनी देने वाले सायरन सक्रिय कर दिए गए। शहर में बृहस्पतिवार रात करीब साढ़े आठ बजे ‘ब्लैकआउट’ किया गया था। कुछ स्थानीय लोगों ने शुक्रवार को कहा कि वे घटनाक्रम को लेकर चिंतित हैं लेकिन भारत के सशस्त्र बलों द्वारा पाकिस्तान के प्रयासों को तुरंत विफल किए जाने के कारण वे आश्वस्त हैं।
अमृतसर और फिरोजपुर के प्रमुख सीमावर्ती जिलों में भी शुक्रवार सुबह शांति बनी रही। चंडीगढ़ में शुक्रवार को सुबह की नियमित सैर पर निकले एक बुजुर्ग बलदेव चंद ने कहा कि पिछली रात कुछ चिंताजनक क्षण थे लेकिन भारतीय सशस्त्र बलों ने जिस तरह से पाकिस्तान के प्रयासों को विफल किया उसे देखकर लगता है कि चिंता की कोई बात नहीं है।
पंजाब के कई जिलों में बृहस्पतिवार की रात प्राधिकारियों ने लोगों से अपने-अपने घरों की लाइट बंद करने और घर पर ही रहने की अपील की। उन्होंने जोर देकर कहा कि घबराने की कोई जरूरत नहीं है।
पठानकोट के उपायुक्त आदित्य उप्पल ने नागरिकों से अपने-अपने घरों के अंदर रहने और ‘ब्लैकआउट प्रोटोकॉल’ का पालन करने को कहा। नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एहतियाती कदम के तौर पर रूपनगर, फाजिल्का, कपूरथला, लुधियाना, संगरूर, बठिंडा, पटियाला और हरियाणा के पंचकूला में भी ‘ब्लैकआउट’ किया गया।
भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के मद्देनजर पंजाब सरकार ने अगले तीन दिन के लिए सभी शैक्षणिक संस्थानों को बंद करने का आदेश दिया है। चंडीगढ़ में भी अधिकारियों ने शनिवार तक सभी स्कूल बंद कर दिए हैं।