शाही इमाम जब फतवा जारी कर रहे थे, उस वक्त उनके साथ तृणमूल सांसद इद्रिस अली भी मौजूद थे। जब फतवा जारी हुआ तो तृणमूल सांसद ने मेज थपथपा कर इसका समर्थन किया।
देश के प्रधानमंत्री के खिलाफ इस तरह का फतवा जारी करने के सवाल पर बरकती का कहा कि प्रधानमंत्री ने नोटबंदी की घोषणा कर पाप किया है, यह फतवा उसी का दंड है। ऑल इंडिया माइनोरिटी फोरम व ऑल इंडिया मजलिस-ए-शूरा के एक कार्यक्रम में बरकती पहुंचे थे। माइनोरिटी फोरम के चेयरमैन तृणमूल सांसद इद्रिश अली हैं, जबकि शूरा के चेयरमैन खुद बरकती हैं।
बरकती ने कहा कि जो भी व्यक्ति यह काम करेगा, उपरोक्त दोनों संगठन उसे 25 लाख रुपये का इनाम देंगे। गौरतलब है कि बरकती ने कुछ दिन पूर्व भी ममता के खिलाफ टिप्पणी को लेकर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष के खिलाफ फतवा जारी कर उन्हें पत्थर मारकर राज्य से निकालने की बात कही थी। इस बार उन्होंने सीधे प्रधानमंत्री के खिलाफ फतवा जारी किया है। तसलीमा के खिलाफ भी जारी कर चुके हैं फतवा।
बांग्लादेश की विवादास्पद लेखिका तसलीमा नसरीन के खिलाफ बरकती ने फतवा जारी कर कहा था कि जो भी लेखिका के मुंह पर कालिख पोतेगा, उसे 50 हजार रुपये का इनाम दिया जाएगा।