कानपुर के जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया कि गंगा के किनारे अब टेनरी के मालिक चमड़ा नही सुखा पाएंगे क्योंकि इससे गंगा नदी में प्रदूषण होता है। इसके लिए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड विभाग को सख्त निर्देश दिए गए हैं तथा टीमों का गठन किया गया है जो नजर रखेंगी कि कहीं चमड़ा तो नहीं सुखाया जा रहा है। अगर चमड़ा सूखता पाया जाएगा तो तुरंत टेनरी मालिक के विरूद्ध कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा गंगा के किनारे जैविक खाद बनाने पर भी रोक लगा दी गई है।
उन्होंने कहा कि गंगा के किनारे 500 मीटर के दायरे में बने किसी भी अवैध निर्माण को तुरंत नष्ट कर दिया जाए और गंगा नदी में किसी तरह का टेनरी का पानी न गिरने पाए। गौरतलब है कि गंगा नदी के किनारे टेनरी मालिक अपना चमड़ा सुखाते थे और अवैध रूप से भट्ठियां भी चलाते थे जिससे गंगा में प्रदूषण बढ़ता था इसी को देखते हुए प्रशासन ने ऐसे आदेश दिए हैं।