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भाजपा को हराने के लिए 40 साल में होगा पहली बार ऐसा, क्या बंगाल के ये लोग बदल देंगे खेल, 5वें चरण का मतदान जारी

पश्चिम बंगाल के पांचवे चरण के हो रहे चुनाव में 63 साल की उम्र में ट्रेड यूनियन कुशाल देबनाथ पहली बार...
भाजपा को हराने के लिए 40 साल में होगा पहली बार ऐसा, क्या बंगाल के ये लोग बदल देंगे खेल, 5वें चरण का मतदान जारी

पश्चिम बंगाल के पांचवे चरण के हो रहे चुनाव में 63 साल की उम्र में ट्रेड यूनियन कुशाल देबनाथ पहली बार मतदान करेंगे। उन्होंने कभी नहीं माना कि चुनाव के जरिए जो सरकारें बदलती है वो लोगों के जीवन पर कोई महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकती हैं और इसलिए उन्होंने अपने जीवन काल में अब तक कभी मत नहीं डाला था। लेकिन, अबकी बार उनका मानना है कि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 एक मांग कर रहा है।

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आउटलुक से बातचीत में देबनाथ कहते हैं, जो कोलकाता पोर्ट विधानसभा क्षेत्र से आते हैं,  “ये चुनाव विशेष महत्व रखता है। जिस तरह से भाजपा फासीवादी अभियान चला रही है, विभाजनकारी राजनीति, सांप्रदायिक ध्रुवीकरण, आर्थिक सुधारों के साथ-साथ पूंजीवादियों के पक्ष में और विरोध में उठते आवाज़ों को दबा रही है। भाजपा को बंगाल चुनाव जीतने से रोकने के लिए लोगों को उपलब्ध हर साधन का उपयोग करना चाहिए। 

दिलचस्प है कि ममता बनर्जी सरकार ने कुशाल देबनाथ को 2018 जेल में डाल दिया था और उन पर कई मामले दर्ज किए थे, जिनमें गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम, यूए (पी) ए की विभिन्न धारएं शामिल थी। लेकिन, इस वक्त ममता बनर्जी और उनकी पार्टी टीएमसी से लड़ने से पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का विरोध करना देबनाथ के लिए पहली प्राथमिकता हैं।

देबनाथ के मुताबिक 2019 में नरेंद्र मोदी सरकार के केंद्र की सत्ता में फिर से लौटने के बाद से जो देश भर में जो स्थिति पैदा हुई है, उसने एेसे मतदाताओं को अपने मत के अधिकारों का उपयोग करने के लिए विवश किया है, जिन्होंने कभी अपने मतदानों का उपयोग नहीं किया था। वो कहते हैं, “पूरे बंगाल में भाजपा को हराने से देश भर में भाजपा के फासीवादी अभियान का विरोध करने में दूरगामी प्रभाव पड़ सकता है। इसके अलावा, हम ये संदेश देना चाहते हैं कि भाजपा को हराया जा सकता है।”

देबनाथ इस तरह के अकेले व्यक्ति नहीं है जो भाजपा का विरोध करने के लिए पहली बार अपने मतदानों का उपयोग करेंगे। फिल्म निर्माता अनिकेत चट्टोपाध्याय ने अपने 57 साल की उम्र में पहली बार 2021 बंगाल विधानसभा चुनाव के दौरान पहली बार इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन ( ईएमवी) को देखा है। आखिरी बार उन्होंने 1984 में मतदान किया था, जब मतपत्रों में वोट डाले जाते थे। वहीं, 48 साल की उम्र में उत्तरी बंगाल के अलीपुरुदर के रहने वाले सुमन गोस्वामी ने 10 अप्रैल को इस विधानसभा चुनाव में पहली बार राज्य चुनाव के चौथे चरण में मतदान किया।

देश और पश्चिम बंगाल में बेकाबू हो रहे कोरोना संक्रमण के बीच आज शनिवार को राज्य में विधानसभा चुनाव के पांचवे चरण का मतदान शुरू है। इसमें 45 सीटों के लिए वोटिंग की जा रही है। 6 जिलों के कुल 342 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला जनता ईवीएम में कैद कर रही है। बता दें, अब तक कुल 135 सीटों के लिए मतदान हो चुका है।

 

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