भारत की टी20 अंतरराष्ट्रीय टीम के कप्तान हार्दिक पंड्या ने कहा है कि अगर उनकी टीम कुछ मैच हार जाती है तो वह अनावश्यक रूप से परेशान नहीं होंगे और सबसे महत्वपूर्ण चीज ‘कठिन परिस्थितियों’ का सामना करना है जिससे टीम को बड़ी चुनौतियों के लिए तैयार करने में मदद मिलेगी।
पंड्या ने अपनी फिटनेस को लेकर भी आशंकाओं को दूर करते हुए कहा कि श्रीलंका के खिलाफ पहले टी20 में जकड़न के कारण उन्हें थोड़ी देर के लिए मैदान छोड़ना पड़ा क्योंकि पिछली रात उन्हें अच्छी तरह नींद नहीं आई और उन्होंने पर्याप्त पानी भी नहीं पिया।
दीपक हुड्डा (नाबाद 41) और अक्षर पटेल (नाबाद 31) ने छठे विकेट के लिए 68 रन की अटूट साझेदारी करके भारत को चुनौतीपूर्ण लक्ष्य तक पहुंचाया। ये दोनों उस समय क्रीज पर उतरे जब भारत 94 रन पर पांच विकेट गंवाकर संकट में था। भारत ने श्रीलंका को दो रन से हराया।
पंड्या ने मैच के बाद कहा, ‘‘हम कुछ मैच हार जाते हैं तो इसमें कोई समस्या नहीं है। मैं इस टीम को कठिन परिस्थितियों का सामना करने के लिए तैयार करना चाहता हूं क्योंकि इससे हमें बड़े मुकाबलों में मदद मिलेगी। द्विपक्षीय मुकाबलों में हम बहुत अच्छे हैं और इस तरह हम खुद को चुनौती देने जा रहे हैं। ईमानदारी से कहूं तो आज सभी युवा खिलाड़ियों ने हमें मुश्किल स्थिति से बाहर निकाला।’’
कैच लेने के बाद पंड्या को थोड़ी देर के लिए मैदान से बाहर जाना पड़ा और कप्तान ने मजाकिया लहजे में कहा कि उन्हें लोगों को डराना अच्छा लगता है। पंड्या ने कहा, ‘‘यह सिर्फ ऐंठन है। अब मुझमें लोगों को डराने की प्रवृत्ति है। मैंने अच्छी नींद नहीं ली और पर्याप्त पानी भी नहीं पिया इसलिए ऐंठन हो गई। मैं अस्वस्थ था और शरीर में तरल पदार्थ कम थे।’’ शिवम मावी ने पदार्पण करते हुए प्रभावित किया। कप्तान ने इस तेज गेंदबाज की जमकर तारीफ की जिसने अपने पहले टी20 मैच में 22 रन देकर चार विकेट चटकाए।
पंड्या ने कहा, ‘‘बातचीत बहुत सरल थी, मैंने उसे (मावी) आईपीएल में अच्छी गेंदबाजी करते देखा है और मुझे पता है कि उसकी ताकत क्या है, बस अपना समर्थन करो और अपने खिलाफ शॉट लगने की चिंता मत करो।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैंने उसे बस गेंदबाजी करने के लिए कहा। मैंने उससे कहा, ‘मैं तुम्हारा समर्थन कर रहा हूं। यहां तक कि अगर तुम्हारे खिलाफ बड़े शॉट भी लगते हैं तो भी कोई दिक्कत नहीं।’
अगर यही स्थिति रही तो मैं नई गेंद से गेंदबाजी करूंगा’’ पंड्या ने कहा, ‘‘जब से मैं आईपीएल में लौटा हूं तब से नेट में नई गेंद से गेंदबाजी कर रहा हूं। मैंने गेंद को स्विंग कराना सीखा है।’’ श्रीलंका के कप्तान दासुन शनाका ने कहा कि मेहमान टीम को मैच जीतना चाहिए था। शनाका ने कहा, ‘‘यह हमारा मैच था। हमने जिस तरह मुकाबला समाप्त किया उससे बेहद निराश हैं। वानखेड़े में आपको जीत दर्ज करने के लिए बल्लेबाजों की आवश्यकता होती है।’’
श्रीलंका के कप्तान ने कहा, ‘‘मैंने मैचअप (निश्चित गेंदबाज बनाम बल्लेबाज का मुकाबला) का अच्छी तरह से उपयोग किया और यही कारण है कि हमने भारत को 162 रन पर रोक दिया। यह अभी भी पहला मैच है और वे (बल्लेबाज) वास्तव में युवाओं का अच्छा समूह हैं, वे अच्छा प्रदर्शन करेंगे।’’
मावी ने कहा कि वह सीनियर भारतीय टीम में जगह बनाने के लिए पिछले छह साल से इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘अंडर-19 वर्ग में खेलने के बाद छह साल से इंतजार कर रहा था। उन छह वर्षों में कड़ी मेहनत की- चोटिल भी हुआ। कुछ समय के लिए ऐसा लग रहा था कि मेरा सपना, सपना ही रहेगा। लेकिन मैं उस पर कायम रहा।’’ मावी ने कहा, ‘‘आईपीएल खेलने के बाद उतना नर्वस नहीं हूं। पावरप्ले में मेरा विचार आक्रमण करना और बल्लेबाजों को आउट करना था। पहला विकेट पसंदीदा था, बल्लेबाज को बोल्ड करना।’’