पहलगाम आतंकी हमले के मद्देनजर सीमा सुरक्षा बल द्वारा गुरुवार शाम को अमृतसर में अटारी सीमा पर बीटिंग रिट्रीट समारोह के दौरान भारत और पाकिस्तान के सीमा द्वार बंद रहे। समारोह के दौरान भारतीय परेड कमांडर अपने पाकिस्तानी समकक्ष से हाथ मिलाने के लिए भी आगे नहीं बढ़े। अटारी सीमा पर संयुक्त चेक पोस्ट (जेसीपी) पर रिट्रीट समारोह देखने के लिए कई आगंतुक आए थे।
मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई, जिनमें से अधिकतर पर्यटक थे। भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कूटनीतिक हमले की एक श्रृंखला शुरू की है और हमले को पड़ोसी देश से जोड़ते हुए कई जवाबी कदम उठाए हैं।
भारत ने तत्काल प्रभाव से अटारी में एकीकृत चेक पोस्ट को भी बंद कर दिया है, जो दोनों देशों के बीच एकमात्र चालू भूमि सीमा क्रॉसिंग है। यह बुधवार को सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (सीसीएस) की बैठक के बाद पाकिस्तान के खिलाफ उठाए गए पांच विशिष्ट जवाबी कदमों में से एक था। केंद्र ने सीसीएस बैठक के बाद एक प्रेस वार्ता में पाकिस्तानी सैन्य अताशे को निष्कासित करने और 1960 की सिंधु जल संधि को निलंबित करने की भी घोषणा की।
बीएसएफ ने गुरुवार को कहा कि उसने पंजाब में भारत-पाकिस्तान सीमा पर अटारी, हुसैनीवाला और सादकी में आयोजित होने वाले रिट्रीट समारोह को "कम" कर दिया है। 1959 से आयोजित होने वाले ध्वज-उतारने और रिट्रीट समारोह को देखने के लिए सैकड़ों आगंतुक, विदेशी पर्यटक और स्थानीय लोग प्रतिदिन अटारी-वाघा सीमा पर आते हैं।