वाईएसआर कांग्रेस पार्टी ने वक्फ (संशोधन) अधिनियम 2025 की संवैधानिकता को चुनौती देते हुए सर्वोच्च न्यायालय का रुख किया है। इसका दावा है कि संशोधन वक्फ के प्रशासन को मूल रूप से कमजोर करते हैं और मुस्लिम बंदोबस्त पर सरकारी नियंत्रण थोपते हैं।
देश भर में विरोध प्रदर्शन
पुलिस ने पीटीआई को बताया कि पश्चिम बंगाल के मुस्लिम बहुल मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ (संशोधन) अधिनियम के विरोध में भड़की हिंसा के सिलसिले में दो लोगों की मौत हो गई और 110 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया।
रविवार को हैदराबाद और अन्य शहरों में वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ एक विरोध रैली आयोजित की गई, जिसमें प्रदर्शनकारियों ने इसे निरस्त करने की मांग की। "हमारा वक्फ हमारा अधिकार", "हम वक्फ संशोधन अधिनियम को अस्वीकार करते हैं", "वक्फ बचाओ मार्च" और "हमारा संविधान बचाओ" लिखी तख्तियां लेकर सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने मार्च निकाला और टैंक बंड स्थित बी आर अंबेडकर प्रतिमा के पास एकत्र हुए।
वक्फ (संशोधन) अधिनियम
हाल ही में संसद के दोनों सदनों में मैराथन बहस के बाद लोकसभा और राज्यसभा ने वक्फ (संशोधन) विधेयक पारित किया। विपक्षी दलों ने इस विधेयक का विरोध करते हुए कहा कि यह ‘मुसलमानों के खिलाफ भेदभावपूर्ण’ है।
कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने इसकी आलोचना करते हुए इसे ‘संविधान पर खुला हमला’ बताया। लेकिन भाजपा ने विधेयक का बचाव करते हुए कहा कि इस विधेयक का उद्देश्य पारदर्शिता लाना, भ्रष्टाचार को कम करना और वक्फ संपत्तियों का बेहतर प्रबंधन करना है।