पंजाब सरकार ने कुछ जिलों में फिर से ब्लैकआउट के आदेश लागू कर दिए हैं। यह कदम भारत और पाकिस्तान के बीच तत्काल संघर्षविराम पर सहमति होने के कुछ ही घंटे बाद एहतियात के तौर पर उठाया गया। वहीं राजस्थान के पोखरण और बाड़मेर में ड्रोन हमले किए गए, जिन्हें सुरक्षा बलों ने हवा में ही नष्ट कर दिया। इसके बाद राज्य के सीमावर्ती जिलों में रेड अलर्ट और बाड़मेर में हाई रेड अलर्ट जारी किया गया।
इससे पहले पंजाब में जिला प्रशासन ने ब्लैकआउट और अन्य प्रतिबंधात्मक आदेशों को वापस ले लिया था। होशियारपुर, फिरोजपुर, फाजिल्का, पठानकोट, पटियाला, मोगा और मुक्तसर जिलों में ब्लैकआउट उपाय लागू किए गए हैं।
राजस्थान में रेड अलर्ट
राजस्थान के पोखरण और बाड़मेर में ड्रोन हमले के बाद सीमावर्ती जिलों में रेड अलर्ट घोषित कर दिया गया, जबकि बाड़मेर में हाई रेड अलर्ट लागू कर दिया गया। एहतियात के तौर पर जोधपुर में सभी बाजार बंद करा दिए गए।
उपायुक्त (अमृतसर) साक्षी साहनी ने कहा, चूंकि युद्ध विराम उल्लंघन की खबरें आ रही हैं, इसलिए हम आज अलर्ट पर रहेंगे। उन्होंने कहा, अगर जरूरत पड़ी तो हम ब्लैकआउट करेंगे। मैं सभी को सलाह देती हूं कि अगर जरूरत पड़ी तो कृपया ब्लैकआउट लागू करने के लिए तैयार रहें और घर पर रहें। कृपया पटाखे न फोड़ें। हमने यह अभ्यास कई बार किया है, इसलिए कृपया घबराएं नहीं। यह अत्यधिक सावधानी के तौर पर किया जा रहा है।
होशियारपुर जिला प्रशासन ने कहा कि रात आठ बजकर 50 मिनट पर ब्लैकआउट किया गया और हवाई हमले का सायरन बजाया गया। फिरोजपुर में जिला प्रशासन ने बताया कि रात आठ बजकर 40 मिनट पर ब्लैकआउट कर दिया गया और नागरिकों से लाइटें बंद करने का आग्रह किया गया।
प्रशासन की ओर से जारी संदेश में कहा गया, घबराने की जरूरत नहीं है। फाजिल्का में एक अधिकारी ने बताया कि ब्लैकआउट रात साढ़े नौ लागू किया गया, जबकि रूपनगर में यह रात साढ़े नौ बजे से सुबह साढ़े पांच बजे तक लागू रहेगा।
लुधियाना जिला प्रशासन ने कहा, परिस्थितियों में बदलाव को देखते हुए, सभी लोगों से अनुरोध है कि वे घरों के अंदर ही रहें और जहां भी संभव हो स्वैच्छिक ब्लैकआउट का सहारा लें।
लुधियाना के उपायुक्त ने कहा कि चिंता का कोई बड़ा कारण नहीं है, लेकिन पर्याप्त सावधानी के तौर पर स्वैच्छिक ब्लैकआउट सुनिश्चित किया जाना चाहिए। संगरूर जिला प्रशासन ने भी रात नौ बजकर 10 मिनट से 11 बजे तक ब्लैकआउट की घोषणा की है।
विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने मध्य रात्रि में एक प्रेस वार्ता के दौरान पाकिस्तान से इन उल्लंघनों को दूर करने के लिए ‘‘उचित कदम’’ उठाने और स्थिति से ‘‘गंभीरता और जिम्मेदारी’’ के साथ निपटने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा कि सशस्त्र बलों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अंतरराष्ट्रीय सीमा के साथ-साथ जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर सीमा उल्लंघन की किसी भी पुनरावृत्ति की घटना से सख्ती से निपटें।
उन्होंने कहा, ‘‘पिछले कुछ घंटों से भारत और पाकिस्तान के सैन्य अभियान महानिदेशकों के बीच आज बनी सहमति का बार-बार उल्लंघन हो रहा है।’’ मिसरी ने कहा, ‘‘यह आज पूर्व में हुई सहमति का उल्लंघन है।’’
संघर्ष विराम की घोषणा के बाद, पठानकोट और कपूरथला सहित कई स्थानों पर पहले बंद रहे बाजार और दुकानें फिर से खुल गईं। पंजाब में, अमृतसर के ब्यास, जालंधर, पठानकोट और तरनतारन जिलों के दुबली गांव में मिसाइल का अवशेष पाया गया।
गुरदासपुर के राजुबेला छिछरान गांव के निवासियों ने बताया कि तड़के जोरदार धमाके के बाद करीब 35 फुट चौड़ा और 15 फुट का गहरा गड्ढा बन गया। पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन बिजली के तार को नुकसान पहुंचा है।