भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य संघर्ष की पृष्ठभूमि में, विदेश मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को कहा कि ‘‘हमें उम्मीद रखनी चाहिए’’ कि मौजूदा स्थिति और खराब नहीं होगी।
विदेश मंत्रालय में सचिव (आर्थिक संबंध) डी. रवि ने अर्थव्यवस्था पर किसी भी संघर्ष के प्रभाव विषयक एक कार्यक्रम के दौरान पूछे गए एक सवाल के जवाब में यह टिप्पणी की।
कार्यक्रम में मौजूद लोगों से संवाद करने से पहले, रवि ने पब्लिक अफेयर्स फोरम ऑफ इंडिया (पीएएफआई) द्वारा आयोजित कार्यक्रम को संबोधित किया।
रवि ने कहा, ‘‘सुरक्षा, विकास और आर्थिक प्रगति दुनिया भर में परस्पर जुड़ी हुई अवधारणाएं हैं। इसलिए संघर्ष की स्थिति में, उद्योग स्वाभाविक रूप से पीछे चला जाएगा और स्थिति को सुधारने में वक्त लगेगा।’’
उन्होंने किसी देश का नाम लिये बिना कहा, ‘‘हमें उम्मीद करनी चाहिए कि मौजूदा संघर्ष और नहीं बढ़ेगा तथा इसमें कमी आएगी। तब तक, उद्योग वही करेगा, जो उसे उचित लगेगा, जैसा आमतौर पर होता है - (उद्योग) जोखिम नहीं लेना चाहता।’’
भारत ने बृहस्पतिवार रात जम्मू, पठानकोट, उधमपुर और कुछ अन्य स्थानों पर मिसाइलों और ड्रोन से सैन्य स्टेशनों पर हमला करने के पाकिस्तान के प्रयास को विफल कर दिया।