पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में एक मस्जिद के समीप शुक्रवार को किए गए एक आत्मघाती विस्फोट में कम से कम 34 लोगों की मौत हो गई और 130 से ज्यादा लोग घायल हो गए।
पैगम्बर मोहम्मद का जन्मदिन ‘ईद ए मिलाद उन नबी’ मनाने के लिए मस्जिद के बाहर एक रैली के लिए भारी संख्या में लोग इकट्ठा हुए थे कि तभी यह विस्फोट हुआ। मीडिया खबरों से यह जानकारी सामने आई है। जियो समाचार की खबर के मुताबिक, मुस्तांग जिले में मदीना मस्जिद के समीप यह विस्फोट हुआ।
इस आत्मघाती विस्फोट में मारे गए लोगों में रैली के दौरान ड्यूटी पर तैनात मुस्तांग के पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) नवाज गश्कोरी भी शामिल हैं।
खबर के मुताबिक, मस्जिद के समीप विस्फोट उस वक्त हुआ जब लोग ईद-मिलाद उन नबी के मौके पर इकट्ठा हुए थे। पैगंबर मोहम्मद के जन्मदिवस पर ईद मिलाद उन नबी मनाया जाता है।
शहर के थानाध्यक्ष मोहम्मद जावेद लहरी ने बताया कि विस्फोट एक आत्मघाती हमला था और हमलावर ने पुलिस अधिकारी की गाड़ी के बगल में खड़े होकर खुद को बम से उड़ा लिया। लहरी ने बताया कि घायलों को चिकित्सा केंद्रों में भर्ती कराया जा रहा है जबकि अस्पतालों में आपात स्थिति लागू कर दी गयी है।
शहीद नवाब गौश बख्श रायसानी मेमोरियल हॉस्पिटल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. सईद मीरवानी के हवाले से डॉन समाचार पत्र ने कहा है कि विस्फोट में कम से कम 34 लोगों की मौत हुई है और 130 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। प्रशासन ने बताया, ”कुछ घायलों की हालत बहुत गंभीर है।”
बलूचिस्तान के अंतरिम सूचना मंत्री जान अचाकजई ने कहा कि बचाव दलों को मुस्तांग के लिए रवाना कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि गंभीर रूप से घायल लोगों को क्वेटा स्थानांतरित किया जा रहा है और सभी अस्पतालों में आपात स्थिति लागू कर दी गई है। उन्होंने कहा, ”शत्रु, विदेशी ताकतों की सरपरस्ती में बलूचिस्तान में शांति व धार्मिक सौहार्द को नष्ट करना चाहता है। ये विस्फोट बर्दाश्त से बाहर है।”
उन्होंने कहा कि कार्यवाहक मुख्यमंत्री अली मर्दान डोमकी ने प्राधिकारियों को विस्फोट के लिए जिम्मेदार लोगों को गिरफ्तार करने का निर्देश दिया है। इस बीच अंतरिम गृह मंत्री सरफराज अहमद बुगती ने विस्फोट की कड़े शब्दों में निंदा की है।