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रहन-सहन

आधुनिक तकनीकों से उपचार ने मिर्गी से जुड़ी बाधाओं को तोड़ा

आधुनिक तकनीकों से उपचार ने मिर्गी से जुड़ी बाधाओं को तोड़ा

नई दवाइयों के विकास, मेडिकल आधुनिक तकनीकों के उपलब्धता और मिर्गी से जुडी स्थिति के प्रति ज्यादा से ज्यादा जागरूकता रोगियों को सामान्य जिंदगी बिताने में काफी मदद कर रही है। मिर्गी दूसरा सबसे आम मस्तिष्क विकार है। भारत में प्रतिवर्ष 5 लाख नवजात शिशु मिर्गी की बीमारी के साथ जन्म ले रहे है। पिछले दशक में सिर की चोट लगने के कारण 20 फीसदी व्यस्कों में मिर्गी के मामलों में बढ़ोतरी हुई है। भारत में तकरीबन 95 फीसदी लोग मिर्गी का इलाज ही नहीं करवा पाते जबकि 60 प्रतिशत शहरी लोग दौरा पड़ने के बाद डाॅक्टर से परामर्श लेते है और इस मामले में ग्रामीण भारतीय का प्रतिशत सिर्फ 10 फीसदी है।
अब खूबसूरती को न होने दे उम्रदराज

अब खूबसूरती को न होने दे उम्रदराज

ताउम्र ‘खूबसूरत‘ बने रहने की चाहत भला किस महिला को नहीं होती और यह खूबसूरती लोगों को इतनी भाती है कि इस सुंदरता पर न जाने कितने शायरों व कवियों ने किताबें लिख डाली है। भले ही कोई कितना भी खूबसूरत क्यों न हो, समय के साथ खूबसूरती भी ढ़लती है। जब भी शीशे में शरीर पर उम्र ढ़लने के लक्षण नज़र आने लगते है तो चेहरे पर एक अजीब सी चिंता उभर आती है। सभी खूबसूरत, खुशहाल, सम्मानित और बेहद संजीदातरी केसे अपनी जिंदगी जीना चाहते है।
भारतीयों की विकसित तकनीक से कैंसर का प्रभावी इलाज संभव

भारतीयों की विकसित तकनीक से कैंसर का प्रभावी इलाज संभव

प्रतिष्ठित मेसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी और हार्वर्ड मेडिकल स्कूल से जुड़े भारतीय वैज्ञानिकों के एक दल ने एक नैनो-तकनीक विकसित कर कैंसर के उपचार में एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। यह नैनो-तकनीक उपचार के कुछ ही घंटे के भीतर कैंसर थैरेपी के प्रभाव का निरीक्षण कर सकती है।
80 फीसदी भारतीय डॉक्टर प्रतिबंधित दवाएं लिखते हैं

80 फीसदी भारतीय डॉक्टर प्रतिबंधित दवाएं लिखते हैं

यह एक कड़वी सच्चाई है मगर देश के करीब 80 फीसदी डॉक्टर धड़ल्ले से मरीजों को वे दवाएं दे रहे हैं जिन्हें हाल ही में केंद्र सरकार ने प्रतिबंधित सूची में शामिल किया है।
होली पर इन बातों का रखें खास ध्यान

होली पर इन बातों का रखें खास ध्यान

सभी को होली का इंतजार है लेकिन इस त्योहार में पिचकारी, गुब्बारों, डाई और गुलाल में प्रयोग जाने वाले रंग त्वचा और बालों के लिए सुरक्षित नहीं होते हैं। इनमें माइका और लैड जैसे रसायनिक पदार्थ होते हैं। जिससे न केवल त्वचा में जलन पैदा होती है बल्कि यह सब सिर की चमड़ी पर जमा भी हो जाते हैं। होली खेलने के बाद त्वचा निर्जीव सी हो जाती है। इस मौके पर त्वचा की देखभाल के लिए हम बता रहे हैं कुछ खास उपायः
हार्ट अटैक के लक्षणों की पहचान के लिए द हार्ट एॅप

हार्ट अटैक के लक्षणों की पहचान के लिए द हार्ट एॅप

हृदय रोग ने हमारे देश में एक महामारी का रूप ले लिया है और विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार सन् 2020 में एक तिहाई मौत का कारण हार्टअटैक पाया गया है। विडम्बना यह है कि इस बीमारी से होने वाली अधिकतर मौतों को रोका जा सकता है, अगर लक्षणों को पहचान कर सही वक्त पर इलाज कर किया जाये।
कैंसर एवं पारंपरिक औषधि शोध के लिए भारत-अमेरिका ने मिलाए हाथ

कैंसर एवं पारंपरिक औषधि शोध के लिए भारत-अमेरिका ने मिलाए हाथ

पारंपरिक औषधि से संबंधित पहली भारतीय-अमेरिकी कार्यशाला आज नई दिल्ली में आरंभ हुई। यह कार्यशाला कल चार मार्च तक चलेगी। इस कार्यशाला का आयोजन पिछले वर्ष भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के बीच हुई उस बातचीत के आधार पर की जा रहा है जिसमें दोनों नेताओं ने पारंपरिक औषधि के क्षेत्र में मिलकर काम करने की प्रतिबद्ता जताई थी।
भारत में कैंसर दर पहुंची 7.05 प्रतिशत

भारत में कैंसर दर पहुंची 7.05 प्रतिशत

ग्लोबोकैन ने खुलासा किया है कि दुनियाभर में लगातार तेजी से कैंसर के नए मामलों में इजाफा हो रहा है। ग्लोबोकैन का कहना है कि 2008 में प्रकाशित हुए आंकड़ों की तुलना में 7.05 फीसदी नए मामलों में वृद्धि हुई है। भारत में बढते कैंसर के मामले चिंता का विषय है। कैंसर के मुख्यतः कारक वायु व जल प्रदूषण, कीटनाशक, जीवनशैली, डाइट, तंबाकू, शराब और पान मसाला है। दिल का दौरा पड़ने से होने वाली मृत्यु के बाद देश में कैंसर से मौत शीर्ष कारणों में से एक है।
जानिए आखिर क्यों औरतों से कमउम्र होते हैं मर्द

जानिए आखिर क्यों औरतों से कमउम्र होते हैं मर्द

अमेरिका में मर्दों की उम्र औरतों के मुकाबले औसतन 5 वर्ष कम होती है जबकि पूरी दुनिया में यह औसत 7 वर्ष का है। पूरी दुनिया में 65 वर्ष से अधिक उम्र वालों में महिलाओं का प्रतिशत 57 है जबकि 85 वर्ष से अधिक आयु वालों में महिलाएं 67 फीसदी हैं। आखिर इसकी वजह क्या है? डॉक्टरों के अनुसार इसकी मुख्यतः सात बड़ी वजहें हैं।
वेलेंटाइन डे पर हेलीकॉप्टर यात्रा

वेलेंटाइन डे पर हेलीकॉप्टर यात्रा

प्रेमी युगल हर साल वेलेंटाइन डे को कुछ खास अंदाज में मनाने की चाह रखता है ताकि इस दिन की यादें उसके दिलो-दिमाग में सालों ताजा रहें। हालांकि आम तौर पर लोग पारपंरिक तरीके से रोमांटिक डिनर करना पसंद करते हैं लेकिन ऐसे लोगों की भी कमी नहीं है जो अपनी साथी को हेलीकॉप्टर यात्रा पर ले जाना चाहते हैं।
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