तालिबान की हुकूमत की वापसी भारत या किसी अन्य देश के लिए नहीं, बल्कि अफगानिस्तान की अवाम के हित में भी नहीं है
अमेरिका हटा तो बिना विरोध के देश को कब्जे में लेने वाले लड़ाके अब उदार दिखने की कोशिश कर रहे लेकिन लोगों को भरोसा नहीं, आशंकाएं कई
दुनिया के सामने तालिबान की पेश हुई उदार छवि उसके सत्ता कब्जाने के तरीके से कैसे हवा हुई और अफगानी समाज के विभिन्न तबकों का नजरिया क्या
अमेरिकी वापसी के बाद चीन के पैर फैलाने की चर्चा लेकिन बीजिंग के लिए ऐसा करना आसान नहीं
भारत अपने हितों की रक्षा के लिए तालिबान और वहां अपने अनेक दोस्तों से कूटनयिक बातचीत जारी रखे
अमेरिका और तालिबान के बीच वार्ता में पाकिस्तान की भूमिका खास थी।
ग्लैमर जगत की हलचल
तीन दशक में सात वित्त मंत्रियों से क्या हासिल, खेती में क्रांतिकारी बदलाव का दावा खोखला, बेरोजगार और गैर-बराबरी बढ़ी
पिछले अंक पर आई प्रतिक्रियाएं
सियासी दुनिया की हलचल
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