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पंजाब में नहीं रुक रहा नशे का कारोबार, अब अरविंद केजरीवाल ने कर दिया बड़ा ऐलान

आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को पंजाब में चल रहे "ड्रग्स के खिलाफ...
पंजाब में नहीं रुक रहा नशे का कारोबार, अब अरविंद केजरीवाल ने कर दिया बड़ा ऐलान

आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को पंजाब में चल रहे "ड्रग्स के खिलाफ युद्ध" के बीच 'नशा मुक्ति यात्रा' की घोषणा की, जिसे राज्य में नशीली दवाओं के दुरुपयोग को खत्म करने के लिए प्रशासन द्वारा शुरू किया गया है।

पंजाब में नशीली दवाओं के दुरुपयोग पर अंकुश लगाने के इस प्रयास में उनके साथ मुख्यमंत्री भगवंत मान भी होंगे।

उन्होंने कहा कि नशा मल्टी यात्रा पंजाब के हर गांव और वार्ड में जाएगी और लोगों में नशे के दुरुपयोग और नशीली दवाओं की बिक्री के खिलाफ संकल्प को मजबूत करेगी। साथ ही, यह लोगों को नशे के आदी लोगों को इलाज मुहैया कराने के लिए राजी करने पर भी ध्यान केंद्रित करेगी ताकि उनकी भलाई सुनिश्चित हो सके।

दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री केजरीवाल ने एक्स पर पोस्ट किया, "आज से पंजाब में नशा मुक्ति यात्रा शुरू हो रही है। यह यात्रा पंजाब के हर गांव और हर वार्ड में जाएगी। इस यात्रा के माध्यम से अब लोगों को नशा मुक्ति अभियान से जोड़ा जाएगा। हर गांव और हर वार्ड में लोग शपथ लेंगे कि वे खुद नशा नहीं करेंगे, अपने इलाके में किसी को नशा नहीं बेचने देंगे और नशे के आदी लोगों का इलाज करवाएंगे और उन्हें नशे की लत से बाहर निकालेंगे।"

उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार ने नशे के आदी लोगों के इलाज के लिए प्रबंध किए हैं।

केजरीवाल ने कहा, "पंजाब सरकार ने नशे की लत से ग्रस्त लोगों के इलाज के लिए बड़े पैमाने पर प्रबंध किए हैं। पंजाब परिवार के तीन करोड़ सदस्य अब यह सुनिश्चित करेंगे कि वे पंजाब से नशे की लत को खत्म करें।"

उन्होंने कहा, "पिछले ढाई महीने में पंजाब पुलिस और पंजाब सरकार ने नशे के खिलाफ जंग छेड़ दी है। पहली बार इतने बड़े पैमाने पर नशा तस्करों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।"

इससे पहले पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने देश भर में अवैध शराब से होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए मेथनॉल पर सख्त नियम बनाने की मांग की थी। यह बात अमृतसर के मजीठा ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले पांच गांवों में अवैध शराब पीने से 17 लोगों की मौत और कई लोगों के अस्पताल में भर्ती होने के बाद कही गई।

केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल को लिखे पत्र में चीमा ने अल्कोहल औद्योगिक अधिनियम 1951 के तहत मेथेनॉल को नियंत्रित करने के लिए नियमों की अनुपस्थिति पर प्रकाश डाला, जो अवैध शराब की घटनाओं से जुड़ा एक प्रमुख पदार्थ है।

चीमा ने मेथनॉल की आपूर्ति श्रृंखला की निगरानी के लिए ट्रैक-एंड-ट्रेस प्रणाली की तत्काल आवश्यकता पर बल दिया।

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