पाकिस्तान के खिलाफ भारत के ऑपरेशन सिंदूर को लेकर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल ने बयान दिया है। उन्होंने कहा कि इस ऑपरेशन के दौरान भारत को कोई नुकसान नहीं पहुंचा।
डोभाल ने आईआईटी मद्रास में अपने संबोधन के दौरान कहा कि ऑपरेशन सिंदूर को लेकर विदेशी मीडिया ने झूठी खबरें फैलाई हैं। मुझे एक तस्वीर दिखाइए, जिसमें भारत को नुकसान पहुंचा हो। भारत को इस दौरान कोई नुकसान नहीं पहुंचा।
डोभाल ने कहा कि टेक्नोलॉजी और वॉरफेयर के बीच संबंध हमेशा महत्वपूर्ण होता है, हमें ऑपरेशन सिंदूर पर नाज है। हमें गर्व है कि इस ऑपरेशन के दौरान हमने स्वदेशी तकनीक का इस्तेमाल किया। हमने सीमापार नौ पाकिस्तानी ठिकानों पर हमले का फैसला किया था, इनमें सीमावर्ती इलाके में एक भी ठिकाना नहीं था। हमारे सभी निशाने सटीक रहे, हमने सिर्फ आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूद किया। महबूबा मुफ्ती उन्होंने कहा कि यह पूरा ऑपरेशन 23 मिनट का था। मुझे एक तस्वीर दिखा दीजिए, जिसमें भारत को नुकसान पहुंचा हो, यहां तक कि एक गिलास भी नहीं टूटा। विदेशी मीडिया ने कई चीजें कहीं। उन्होंने कुछ चुनिंदा तस्वीरों को आधार बनाकर पाकिस्तान के 13 एयरबेस को लेकर कई बातें कहीं, लेकिन 10 मई से पहले और इसके बाद पाकिस्तान के 13 एयरबेस की सैटेलाइट तस्वीरें देखें, सब साफ हो जाएगा।
#WATCH चेन्नई, तमिलनाडु | NSA अजीत डोभाल ने कहा, "हमें अपनी स्वदेशी तकनीक विकसित करनी होगी। सिंदूर का ज़िक्र यहां किया गया था। हमें इस बात पर गर्व है कि इसमें कितनी स्वदेशी सामग्री थी... हमने पाकिस्तान के 9 आतंकवादी ठिकानों पर निशाना साधने का फ़ैसला किया, ये सीमावर्ती इलाक़ों में… pic.twitter.com/jhhrOHIzJE
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 11, 2025
बता दें कि 22 अप्रैल को हुए पहलगाम अटैक के जवाब में भारतीय सेना ने 7 मई की रात को 'ऑपरेशन सिंदूर' चलाया था। इसके तहत, भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पीओके में 9 आतंकी ठिकानों को उड़ा दिया था। इससे बौखलाकर पाकिस्तानी सेना ने भारत के सैन्य और नागरिक ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की थी, जिसे भारतीय सेना ने नाकाम कर दिया था। चार दिन तक चले सैन्य टकराव के बाद 10 मई को भारत और पाकिस्तान के बीच 'सीजफायर' हो गया था।
सांसद अरुण भारती भारत के साथ इस सीजफायर के लिए पाकिस्तान ने एक बार नहीं बल्कि दो बार संपर्क किया था। पाकिस्तान ने पहली बार 7 मई की शाम को भारत से सीजफायर के लिए संपर्क किया था। पाकिस्तान के डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस (डीजीएमओ) की ओर से औपचारिक संदेश सहित भारत से संपर्क साधा गया था। सात मई की सैन्य कार्रवाई में भारत ने पाकिस्तान और पीओके में नौ आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूद कर दिया था। इसके बाद 10 मई को शाम 3.35 मिनट पर DGMO स्तर की वार्ता हुई, जिस दौरान दोनों तरफ से सीजफायर पर सहमति बनी। यह सहमति दोनों देशों के सैन्य संचार माध्यमों के जरिए हुई, जिसका उद्देश्य तनाव को कम करना था।