Advertisement

Search Result : "अजमेर"

भेड़ चराने वाली जन्‍नत बानो ऐसे बनी सोलर मैकेनिक

भेड़ चराने वाली जन्‍नत बानो ऐसे बनी सोलर मैकेनिक

जयपुर-अजमेर के बीच गांव अछोकड़ा की चालीस वर्षीय जन्नतबानो आज से पांच साल पहले भेड़ें चराने का काम करती थी। गांव के किसी भी गरीब परिवार के ताने-बाने जैसी ही थी जन्नतबानों की पारिवारिक कहानी भी लेकिन भेड़ चराने को अपनी किस्मत न मानकर उसने वो किया, जिसे औरतें बहुत कम करती हैं। अपनी कोशिशों और लगन से आज वह गांव की सोलर मैकेनिक बन गई है।
राजस्‍थान: सीवर में उतरे तीन सफाईकर्मियों की मौत

राजस्‍थान: सीवर में उतरे तीन सफाईकर्मियों की मौत

राजस्‍थान के पुष्‍कर थाना क्षेत्र में सीवर लाईन की सफाई करने ऊतरे तीन सफाईकर्मियों की दम घुटने से मौत का मामला सामने आया है। अपने एक साथ को बचाने के लिए दो मजूदर सीवर के अंदर उतरे लेकिन तीनों की संभवत: दम घुटने से मौत हो गई।
हम भी दिल्ली के पेड़ों से झूल जाएंगेः लखोवाल

हम भी दिल्ली के पेड़ों से झूल जाएंगेः लखोवाल

शुक्रवार को जंतर-मंतर ‘साडा हक,ऐथे रख’ के नारों से गूंजता रहा। पंजाब से हजारों किसान अपनी बात कहने दिल्ली आए। गुस्से से तप रहे किसानों ने कहा कि ‘अगर ऐसा ही रहा तो हम अन्न उगाना बंद कर देंगें। उगाओ दिल्ली में गेंहूं। सिर्फ अपने लायक अन्न उगाएंगे और तुम्हें भूखे मारने के नौबत ला देंगे।‘ किसानों का कहना है कि अत्याचार बंद करो। देश के 67 फीसदी किसान ने मोदी को अगर चुना है तो वे उसे गद्दी से उतारना भी जानते हैं।
भू-अधिग्रहण के खिलाफ खुदकुशी पर आमादा एक और 'गजेंद्र'

भू-अधिग्रहण के खिलाफ खुदकुशी पर आमादा एक और 'गजेंद्र'

केंद्र व राज्‍यों की भाजपा सरकारों के खिलाफ भू-अधिग्रहण को लेकर किसानों का असंतोष बढ़ता जा रहा है। मोदी सरकार की भूमि अधिग्रहण्‍ा नीति को सबसे पहले लागू करने वाले राजस्‍थान में अजमेर हवाई अड्डे के लिए हुए भू-अधिग्रहण के खिलाफ किसान आंदोलन पर उतारू हैं। गुरुवार को रूप सिंह नाम का एक किसान विस्‍थापन और पूरा मुआवजा न मिलने के विरोध में पानी की टंकी पर जा चढ़ा और जान देने की धमकी देने लगा।
अजमेर शरीफ दरगाह में प्रधानमंत्री की ओर से चादर चढ़ाई

अजमेर शरीफ दरगाह में प्रधानमंत्री की ओर से चादर चढ़ाई

सदियों से चली आ रही परंपरा का निर्वाह करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अजमेर स्थित मशहूर सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह पर चादर भेंट की।
Advertisement
Advertisement
Advertisement