मशहूर गायक हरिहरन ने विवादित बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाले गायक अभिजीत भट्टाचार्य के सोशल मीडिया पर प्रयोग की गई भाषा का विरोध किया है। अभिजीत ने हाल ही में लेखिका अरुंधती राय और जेएनयू छात्रसंघ की नेता शेहला राशिद को लेकर कई आपत्तिजनक टिप्पणियां की थी।
अपने उग्र विचारों के लिए पहचाने जाने वाले गायक अभिजीत भट्टाचार्य का ट्विटर अकाउंट एक बार फिर सस्पेंड कर दिया गया है। अभिजीत सोमवार को ही वापस ट्विटर पर आए थे, कि ट्विटर ने एक बार फिर से उनका ट्विटर अकाउंट सस्पेंड कर दिया।
विवादित ट्वीट के बाद सस्पेंड किए गए ट्वितटर अकाउंट को लेकर गायक अभिजीत भट्टाचार्य ने माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर के इस कदम पर नाराजगी जताई है। अभिजीत ने कहा कि ट्विटर एंटी नेशनल, एंटी हिंदू और यहां तक कि एंटी मोदी सोशल साइट है जो राष्ट्र की आवाज को दबाना चाहती है। फिलहाल अभिजीत यूरोप में हैं।
पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने जीडीपी आंकड़ों को लेकर विशेषज्ञों पर सवाल उठाने के लिए मोदी सरकार को दुनिया की सबसे बड़ी बुद्धिजीवी-विरोधी सरकार बताया और कहा कि अर्थव्यवस्था को नोटबंदी के विनाशकारी प्रभाव से पार पाने में 12 से 18 महीने का समय लगेगा।
जाने माने नोबेल पुरस्कृत अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन को लगता है कि भारत में भय का माहौल व्याप्त है। देश के विश्वविद्यालयों पर खतरा मंडराने लगा है। बोलने की आजादी पर बंदिश लगाने की कोशिशें हो रही हैं। उन्होंने नोटबंदी के केंद्र सरकार के कदम को अजीबोगरीब करार दिया है। उन्होंने नालंदा विश्वविद्यालय का चांसलर हिंदुत्व के एक पैरोकार को बनाए जाने को लेकर भी मोदी सरकार की खिंचाई की है।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष विवादों में है। घोष ने नोबेल पुरस्कार विजेता अमर्त्य सेन की आलोचना की है। इससे राज्य की राजनीति में एकाएक गरमाहट पैदा हो गई है। तृणमूल कांग्रेस के महासचिव व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने कहा कि घोष ने अमर्त्य सेन के बारे में जो नकारात्मक बातें कही है वह शर्मनाक है।
'तुलसीदास रामचरित मानस में सामाजिक संबंधों में श्रेष्ठता की परिकल्पना के साथ राज्य के रूप में रामराज्य, परिवार के लिए आदर्श पुत्र, भाई, पति आदि सभी के रूप में एक उच्चतम आदर्श की कल्पंना करते हैं।' साहित्य अकादेमी के तुलसीदास : एक पुन:पाठ राष्ट्रीय संगोष्ठी के दूसरे दिन के अंतिम सत्र की अध्यक्षता करते हुए संगीत नाटक अकादेमी के अध्यक्ष, शेखर सेन ने तुलसीदास को संसार का सर्वश्रेष्ठ कवि बताया। कहा कि वे अपने अराजक समय में समाज के लिए समन्वय के आदर्श सूत्र गढ़ते हैं।
भारतीय रिजर्व बैंक के दो पूर्व गवर्नरों वाई वी रेड्डी और बिमल जालान के बाद अब नोबेल पुरस्कार से सम्मानित अमर्त्य सेन ने आज केन्द्रीय बैंक की स्वायत्तता पर सवाल उठाते हुए कहा कि आजकल बैंक कोई फैसले नहीं करता, सभी निर्णय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करते हैं।
नोबल पुरस्कार विजेता अमर्त्य सेन ने मोदी सरकार के नोटबंदी के कदम को तानाशाही वाली कार्रवाई करार दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार का यह कदम भरोसे पर टिकी अर्थव्यवस्था की जड़ें खोखली करेगा।