कनाडा के खिलाफ शानदार जीत के बाद भारतीय जूनियर टीम शनिवार को पुरूष जूनियर हाकी विश्व कप के दूसरे मैच में इंग्लैंड के खिलाफ भी इसी लय को बरकरार रखने के इरादे से उतरेगी।
पश्चिम बंगाल विधानसभा में आज सत्तारूढ तृणमूल कांग्रेस के नेतृत्व में नोटबंदी के खिलाफ एक प्रस्ताव पारित किया गया। हालांकि उसे कांग्रेस और वामदलों का समर्थन हासिल नहीं हुआ जो राष्ट्रीय स्तर पर मोदी सरकार द्वारा किये गये फैसले का विरोध करते हुए उसके साथ हैं।
पाकिस्तान पर तीखा हमला करते हुए अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने उस पर तालिबान सहित आतंकी नेटवर्क का गुपचुप तरीके से समर्थन कर उनके देश के खिलाफ अघोषित युद्ध छेड़ने का आरोप लगाया और अपनी 50 करोड़ रुपये की मदद को अपनी सरजमीं पर आतंकवाद को रोकने में इस्तेमाल करने को कहा।
साफ तौर पर पाकिस्तान की तरफ इशारा करते हुए 40 देशों के एक सम्मेलन ने लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकवादी ठिकानों को खत्म करने की वकालत की। हार्ट ऑफ एशिया सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्व समुदाय को संदेश दिया कि चुप्पी और कोई कार्रवाई नहीं करने से आतंकवादियों और उनके आकाओं का मनोबल बढ़ेगा।
भारत की सीमित ओवरों की टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के ढाई महीने में अपना पहला अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने की संभावना है लेकिन ऐसा लगता है कि वह इससे पहले कोई भी अधिकारिक मैच नहीं खेलेंगे।
पाकिस्तान को स्पष्ट संदेश देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को सिर्फ आतंकवादी ताकतों के खिलाफ ही नहीं, बल्कि इनको सहयोग, शरण, प्रशिक्षण और वित्तीय मदद देने वालों के विरूद्ध भी दृढ़ कार्रवाई की जरूरत का आहवान करते हुए कहा कि चुप्पी और निष्क्रियत से आतंकवादियों एवं उनके आकाओं का हौसला बढ़ेगा।
चीन, रूस, ईरान और पाकिस्तान समेत 14 देशों के वरिष्ठ अधिकारी और 17 सहयोगी देशों के प्रतिनिधि अफगानिस्तान के जटिल सुरक्षा परिदृश्य और आतंकवाद, कट्टरता और उग्रवाद के खतरे से निपटने के मुद्दे समेत कई व्यापक विषयों पर विचार-विमर्श के लिए भारत के पंजाब प्रांत के धार्मिक शहर अमृतसर में हार्ट ऑफ एशिया सम्मेलन में शिरकत कर रहे हैं।
देश के पूर्व गृह मंत्री पी. चिदंबरम ने कहा कि हाल में नगरोटा में हुआ हमला 2008 के मुंबई आतंकी हमले जितना ही शर्मनाक है और उन्होंने इस मान्यता को खारिज कर दिया कि लक्षित हमलों से सीमापार से जारी आतंकवाद खत्म हो सकता है।
देश में सुरक्षा को लेकर आम लोगों की चिंताएं बढ़ती जा रही है। चाहे वह साइबर सुरक्षा हो या फिर आतंकवाद या अन्य किसी प्रकार का मसला हो। आगामी 2020 तक भारत होमलैंड सिक्योरिटी के क्षेत्र में बड़ा बाजार बनेगा। एसोचैम की रिपोर्ट के मुताबिक भारत, ब्रिटेन, जर्मनी और फ्रांस के साथ बड़े खिलाड़ी के रूप में उभरेगा।