राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ नेता एम.जी. वैद्य सहित अपने नेताओं के पिछड़े वर्गों के आरक्षण को लेकर की गई टिप्पणियों को कारण विभिन्न वर्गों के निशाने पर आए आरएसएस ने आज इन विचारों से दूरी बनाते हुए कहा कि वह वैद्य के निजी विचारों से सहमत नहीं है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रचार प्रमुख मनमोहन वैद्य ने आज कहा कि आरक्षण खत्म होना चाहिए। उन्होंने जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में कहा कि सबको समान अवसर और शिक्षा के अवसर मिले। उनके इस बयान पर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने तीखी प्रतिक्रिया जताई है। उन्होंने ट्विट किया कि आरक्षण संविधान ने दिया है और आरएसएस में इतनी हिम्मत नहीं कि वह इसे छीन सके।
इसमें कोई शक नहीं है कि सेना प्रमुख या सेना के किसी भी अंग के प्रमुख की नियुक्ति करना सरकार का विशेषाधिकार है। ऐसे में लेफ्टिनेंट जनरल बिपिन रावत की नियुक्ति पर इतना शोर-शराबा क्यों मचाया जा रहा है। यह पहला मौका नहीं है जब किसी की वरिष्ठता को नकार कर दूसरे को सेना प्रमुख बनाया गया हो। इससे पूर्व 1983 में जनरल एएस वैद्य को सेना प्रमुख बनाया गया था जबकि ले. जनरल उनसे वरिष्ठ थे।
प्रतिष्ठित जयपुर लिट फेस्ट ने भी इस बार अपना कलेवर बदला है। यह पहली बार होगा जब राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रय होसबाले और संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख मनमोहन वैद्य साहित्य के इस कुंभ में शामिल होंगे।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने नियंत्रण रेखा के पार आतंकी ठिकानों पर भारत द्वारा किए गए लक्षित हमलों को एक ऐसा हमला बताया जिसका सभी लोग इंतजार कर रहे थे।