डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम को बलात्कार के दो मामले में 20 साल की सजा सुनाए जाने के बाद आज एक और कथित संत रामपाल के मुकदमों पर अदालत का फैसला आ गया।
विपक्ष की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार मीरा कुमार ने आज महात्मा गांधी के साबरमती आश्रम पहुंचकर बापू को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए अपने चुनाव प्रचार की शुरूआत की।
रतलाम जिले के पंचेड़ स्थित आसाराम आश्रम से करीब 61 बीघा शासकीय जमीन मुक्त कराने के बाद अब आयकर विभाग ने पंचेड़ आश्रम व नारायण सांई के नाम पर दर्ज जमीन भी अटैच की है। अघोषित आय और संपत्ति की जांच में विभाग के अहमदाबाद कार्यालय से गुरुवार को आदेश की प्रति मिलने के बाद एडीएम डॉ. कैलाश बुंदेला ने इन संपत्तियों के क्रय-विक्रय पर रोक लगा दी है।
हिजबुल मुजाहिद्दीन के आतंकवादी बुरहान वानी के पिता और आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर के बीच बेंगलुरु में श्रीश्री के आश्रम में मुलाकात हुई। जम्मू कश्मीर में 8 जुलाई को भारतीय सैन्य बलों द्वारा आतंकवादी बुरहान वानी मार गिराया गया था, जिसके बाद से कश्मीर में विरोध प्रदर्शनों और हिंसा का दौर कायम है।
अपने ही आश्रम की नाबालिग के साथ यौन उत्पीड़न के आरोप में फंसे आसाराम को राजस्थान हाईकोर्ट से मंगलवार को बड़ा झटका लगा है। जस्टिस निर्मलजीत कौर की अदालत ने आसाराम की नौंवी जमानत याचिका को खारिज कर दिया।
आईएसआईएस ने बांग्लादेश में एक हिन्दू आश्रम में काम करने वाले एक बुजुर्ग व्यक्ति की हत्या की जिम्मेदारी लेने का दावा किया है। मुस्लिम बहुल इस देश में इस्लामी चरमपंथियों द्वारा धर्मनिपरेक्ष कार्यकर्ताओं और अल्पसंख्यकों की लगातार बर्बर हत्या की जा रही है। आईएसआईएस ने इस कदम से एक तरह से प्रधानमंत्री शेख हसीना वाजेद काेे भी अपनी मौजूदगी की सूचना दी है। वााजेद नेे कहा था कि उनके यहां आईएसआईएस सक्रिय नहीं हैंं।
बांग्लादेश में शुक्रवार को हमलावरों ने सुबह की सैर पर निकले एक हिंदू आश्रमकर्मी की हत्या कर दी। गौरतलब है कि मुस्लिम बहुल देश में धार्मिक अल्पसंख्यकों और धर्मनिरपेक्ष कार्यकर्ताओं पर मुस्लिम चरमपंथियों के निर्मम हमलों की कड़ी में कुछ ही दिन पहले संदिग्ध आईएसआईएस जिहादियों ने एक अन्य पुजारी की हत्या कर दी थी।
अगर आजादी का मतलब विदेशी हुकूमत से आजादी है तो वह यकीनन हमने हासिल कर ली। लेकिन सवाल यह है कि क्या महिलाओं को परंपराओं-मान्यताओं की जकड़न से आजादी मिली ? या पुराने पड़ चुके कानूनों ने उन्हें दूसरे तरह की जकड़न में बांध दिया है, आजाद हिंदुस्तान के कानूनों की बेड़ियां ?