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चार दिन में हुआ दिल्ली के दो हजार मरीजों का मुफ्त इलाज

चार दिन में हुआ दिल्ली के दो हजार मरीजों का मुफ्त इलाज

राजस्थान के आईएएसई विश्वविद्यालय सरदारशहर और श्री भंवरलाल डूगड़ आयुर्वेद विश्वभारती संस्थान ने संयुक्त रूप से राजधानी दिल्ली के विभिन्न इलाकों में शिविर लगाकर डेंगू व चिकनगुनिया के मरीजों की मुफ्त जांच की और उन्हें संबंधित दवाएं भी निःशुल्क वितरित की गईं।
चेन्‍नई में दुआओं का दौर जारी, जयललिता के उत्‍तराधिकारी पर भी हो रही है चर्चा

चेन्‍नई में दुआओं का दौर जारी, जयललिता के उत्‍तराधिकारी पर भी हो रही है चर्चा

तमिलनाडु की मुख्‍यमंत्री जयललिता के बेहतर स्‍वास्‍थ्‍य के लिए चेन्नई में अपोलो हॉस्पिटल के बाहर लोग दुआएं मांग रहे हैं। भारी संख्या में अस्पताल के बाहर जुटे लोगों ने जयललिता के जल्द ठीक होने की प्रार्थना की। बता दें कि बीते 13 दिनों से तबीयत खराब होने के चलते जयललिता अस्पताल में भर्ती हैं। हालांकि अपोलो अस्पताल ने कहा कि जयललिता की सेहत में ‘सुधार हो रहा’ है और एंटीबायटिक एवं अन्य क्लीनिकल उपायों को अपनाने के साथ-साथ पहले की तरह इलाज जारी है।
डेंगू-चिकनगुनिया के बाद स्‍क्रब टाइफस से बचें, अब तक 24 की मौत

डेंगू-चिकनगुनिया के बाद स्‍क्रब टाइफस से बचें, अब तक 24 की मौत

हिमाचल के जंगलों से निकलकर शहर तक फैलने वाली नई बीमारी स्‍क्रब टाइफस से अब तक 24 लोगों की जान चली गई है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 855 से ज्यादा लोग इसके संक्रमण में है। इसके लक्षण डेंगू और चिकनगुनिया की तरह हैं और इसी के चलते लोगों में आमतौर पर इसका पता लगाना और भी मुश्किल हो जाता है। यह बीमारी घास में मौजूद पिस्सुओं के काटने से होती है।
बुरहान वानी के पिता ने कहा, रविशंकर के आश्रम इलाज के लिए गया

बुरहान वानी के पिता ने कहा, रविशंकर के आश्रम इलाज के लिए गया

हिजबुल मुजाहिद्दीन के आतंकवादी बुरहान वानी के पिता और आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर के बीच बेंगलुरु में श्रीश्री के आश्रम में मुलाकात हुई। जम्मू कश्मीर में 8 जुलाई को भारतीय सैन्य बलों द्वारा आतंकवादी बुरहान वानी मार गिराया गया था, जिसके बाद से कश्मीर में विरोध प्रदर्शनों और हिंसा का दौर कायम है।
चर्चाः सर्जरी के लिए क्यों कांप रहे हाथ | आलोक मेहता

चर्चाः सर्जरी के लिए क्यों कांप रहे हाथ | आलोक मेहता

डॉक्टर नाजुक हालत में पहुंचे मरीज की सर्जरी के लिए कितने सप्ताह, महीने या वर्ष की प्रतीक्षा करवा सकते हैं? सरकारी मेडिकल संस्‍थान में डॉक्टरों और संसाधनों की कमी के कारण कुछ रोगों के आपरेशन के लिए मरीजों को लंबा इंतजार करना पड़ सकता है।
ऑनलाइन थेरेपी से बेहतर तरीके से हो सकता है अवसाद का इलाज

ऑनलाइन थेरेपी से बेहतर तरीके से हो सकता है अवसाद का इलाज

तनाव और चिंता से भरी इस जिंदगी में आज के समय तैजी से बहुत से लोग अवसाद और बेचैनी व घबराहट की समस्या का सामना कर रहे हैं। इनके इलाज के अनुसंधान में लगे वैज्ञानिकों का कहना है कि बेचैनी और अवसाद के लिए आम प्राथमिक देखभाल की जगह मरीज को ऑनलाइन थेरेपी उपलब्ध कराना कहीं ज्यादा कारगर इलाज हो सकता है।
टाइप 2 डायबिटीज का सर्जरी से इलाज संभव- डा. पीटर्स

टाइप 2 डायबिटीज का सर्जरी से इलाज संभव- डा. पीटर्स

दिल्ली में रहने वालीं 46 वर्षीय गृहिणी अंशु जैन डायबिटीज की मरीज थीं तथा वे डायपरटेंशन, डायसिलिपिडीमिया, अनिद्रा, खर्राटे आना, असंयमित तनाव, अंगों में समस्या तथा सरसोडिसिस से पीड़ित थीं। उनका वजन 127 किलो ग्राम ;बीएमआई 46 था, जब उन्होंने मोटाबोलिक व बेरिएटिक सर्जरी नवंबर 2012 में कराई। केवल 18 महीनों में उन्होंने 39 किलोग्राम वजन कम किया, उनके शरीर का भार 88 किलोग्राम तक आ गया और बीएमआई 30 पर आ गया। उनकी डायबिटीज की समस्या हल हो गई, साथ ही अन्य सहरुग्ण रोगों में भी कमी आई।
नामधारी गुरुमाता चांदकौर ने दम तोड़ा

नामधारी गुरुमाता चांदकौर ने दम तोड़ा

नामधारी समुदाय की गुरुमाता चंद कौर ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। आज सवेरे अज्ञात युवक ने उन पर गोलियां बरसाईं थीं। इसमें गंभीर रूप से घायल चंद कौर का अपोलो अस्पताल में इलाज चल रहा था, जहां ऑपरेशन टेबल पर उनकी मौत हो गई। इस समय उनका पोस्टमार्टम चल रहा है। संस्कार कल किया जाएगा।
भारतीयों की विकसित तकनीक से कैंसर का प्रभावी इलाज संभव

भारतीयों की विकसित तकनीक से कैंसर का प्रभावी इलाज संभव

प्रतिष्ठित मेसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी और हार्वर्ड मेडिकल स्कूल से जुड़े भारतीय वैज्ञानिकों के एक दल ने एक नैनो-तकनीक विकसित कर कैंसर के उपचार में एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। यह नैनो-तकनीक उपचार के कुछ ही घंटे के भीतर कैंसर थैरेपी के प्रभाव का निरीक्षण कर सकती है।
आतंकवाद एक कैंसर, तीखी छुरी से करना होगा इलाज: राष्ट्रपति

आतंकवाद एक कैंसर, तीखी छुरी से करना होगा इलाज: राष्ट्रपति

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने 67वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्र के नाम अपने संदेश में आगाह किया कि निर्णय और कार्यान्वयन में विलंब से विकास की प्रक्रिया का ही नुकसान होगा। अपने संबोधन में राष्ट्रपति ने हाल ही में पठानकोट वायु सेना स्टेशन पर हुए आतंकी हमले का जिक्र करते हुए कहा कि असहमति दूर करने का एक सभ्य तरीका संवाद है जो सही तरह से कायम रहना चाहिए लेकिन हम गोलियों की बौछार के बीच शांति पर चर्चा नहीं कर सकते।
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