राफेल डील को लेकर कांग्रेस ने भाजपा पर जमकर निशाना साधा है। कांग्रेस का कहना है कि मेक इन इंडिया की बात करने वाली सरकार ने इस बात को भूला दिया कि अब मेक इन इंडिया कैसे होगा। पूर्व रक्षा मंत्री ए के एंटनी ने कहा कि यूपीए शासनकाल में फ्रांस से एयरक्राफ्ट डवलप कराने की डील फाइनल की जा रही थी।
उच्चतम न्यायालय ने आज गैरशिक्षण पृष्ठभूमि के एक व्यक्ति की प्रतिष्ठित अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के कुलपति के रूप में नियुक्ति पर सवाल खड़ा किया। कुलपति के पद पर पूर्व सैन्य अधिकारी जमीरउद्दीन शाह की नियुक्ति को चुनौती देने वाली एक याचिका पर सुनवाई करते हुए शीर्ष अदालत ने यह सवाल उठाया।
ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन (एआईएसएफ) के नेता और जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा है कि वह मुददों से ध्यान बंटाने के लिए जुमलेबाजी करते हैं।
गुटनिरपेक्ष शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गैरमौजूदगी को तवज्जो नहीं देते हुए उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने कहा है कि भारत की विदेश नीति में कोई बदलाव नहीं आया है। उन्होंने कहा कि यह प्रधानमंत्रियों का सम्मेलन नहीं है और जो बात मायने रखती है, वह यह है कि भागीदारी की जाए।
केरल में ओणम मनाने की तैयारी के बीच राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने इस त्यौहार से जुड़ी किवदंती पर सवाल खड़ा कर नया विवाद पैदा कर दिया है। संघ के मुखपत्र केसरी में छपे एक लेख में ओणम मनाए जाने की मान्यता पर सवाल खड़ा किया गया है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री और समाजवादी पार्टी के सांसद बेनी प्रसाद वर्मा ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्या में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की भूमिका पर सवाल उठाकर इस विवाद को नए सिरे से हवा दे दी है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने राहुल गांधी के उस बयान को लेकर उन पर सवाल उठाया है, जिसमें कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा था कि वह इस संगठन को लेकर बोले गये अपने हर एक शब्द पर अब भी कायम हैं।
छत्तीसगढ़ के आईएएस अफसर अलेक्स पाॅल मेनन को छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार ने नोटिस जारी किया है। मेनन अक्सर अपने बयानों और ट्विट के जरिए चर्चा में रहते हैं। उन्होने पिछले दिनों सोशल मीडिया पर एक ट्विट के जरिए भारत की न्याय व्यवस्था पर सवालिया निशान उठाए थे।
सरकार ने आज लोकसभा में कहा कि भारतीय चिकित्सा संस्थानों में कुल मिलाकर शोध की हालत खराब है और वर्ष 2005 से 2014 के बीच सैकड़ों मेडिकल चिकित्सा संस्थानों ने एक भी शोध पत्र प्रकाशित नहीं किया।