कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पिछले एक महीने में दूसरी बार इलाहाबाद पहुंची हैं। इस दौरान वह आनंद भवन में रही। कांग्रेस अध्यक्ष के अचानक इस दौरे को लेकर लोगों में सुगबुगाहट है कि आखिर इतनी जल्दी-जल्दी आनंद भवन का दौरा क्यों लग रहा है।
राम लला हम आएंगे, मंदिर वहीं बनाएंगे की गूंज के साथ भारतीय जनता पार्टी ने मथुरा में आयोजित युवा मोर्चा की बैठक में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए रूपरेखा तैयार कर ली है। पार्टी अध्यक्ष अमित शाह की मौजूदगी में कार्यकर्ताओं ने यही नारा लगाते हुए कहा कि भारत में अगर रहना होगा तो वंदे मातरम कहना होगा।
नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार की भारी चुनावी जीत में प्रमुख रणनीतिकार रहे प्रशांत किशोर अब एक किताब लिखने जा रहे हैं। अपनी पहली किताब में किशोर चुनाव को लेकर अपने अनुभव को साझा करने के साथ ही नेताओं और चुनावों को लेकर भारतीय मतदाताओं की सोच को भी विश्लेषित करेंगे।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने संसद में पेश आम बजट में उत्तर प्रदेश की उपेक्षा किये जाने का आरोप लगाते हुए कहा कि बजट में लेकिन सूबे को उसकी आबादी के लिहाज से जरूरी धन नहीं दिया गया।
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने भरोसा जताया है कि अगले साल होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा स्पष्ट बहुमत के साथ राज्य में सरकार बनाएगी।
उत्तर प्रदेश विधानसभा में संसदीय कार्य मंत्री आजम खां द्वारा पूर्व की बसपा सरकार पर चीनी मिलोें को औने-पौने दाम पर बेचने का आरोप लगाये जाने के बाद हंगामा हो गया।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने लखनऊ में पार्टी के जिला अध्यक्षों के साथ हुई बैठक में सरकार की उपलब्धियां गिनवाई। अखिलेश ने कहा कि चार साल में समाजवादी सरकार ने चुनावी घोषणा पत्र के वादे पूरे किए हैं। समाज के सभी वर्गो को लाभ देने वाली योजनांए सरकार ने कार्यान्वित की हैं।
हरियाणा में चल रहे जाट आंदोलन की आंच अब उत्तर प्रदेश और राजस्थान में भी पहुंचने लगी है। इससे भाजपा नेताओं की चिंता बढ़ गई है। भाजपा नेताओं को यह डर सताने लगा है कि अगर मामला जल्द नहीं सुलझा तो उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी के लिए मुश्किल बढ़ सकती है।
हरियाणा की भाजपा सरकार की मुसीबत यह है कि अगर उसने जाटों पर सख्ती की तो इसका असर उत्तर प्रदेश में होगा जहां जाटों के समर्थन के बूते पार्टी अगले साल सत्ता में आने का ख्वाब देख रही है। पार्टी की इस मजबूरी की वजह से आंदोलनकारियों पर सख्ती नहीं हो पाई और यह तूल पकड़ गया।