उत्तर कश्मीर के सुम्बल में सीआरपीएफ कैम्प पर हमले के प्रयास को नाकाम करने में रोजेदार कमांडेंट की अहम भूमिका सामने आई है। माना जा रहा है कि कमांडेंट इकबाल अहमद की वजह से एक बड़ा हमला टल गया।
पिछले दिनों झारखंड की राजधानी रांची में आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली कुंदन पाहन ने एक बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने दावा किया कि साल 2000 में नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्पकमल दहल प्रचंड के साथ उसने झुमरा पहाड़ पर हथियार चलाने की ट्रेनिंग ली थी।
नेपाल में दो वर्ष पहले आए भूकंप के पश्चात माउंट एवरेस्ट की उंचाई को ले कर वैज्ञानिक समुदाय की ओर से व्यक्त की गई शंकाओं के समाधान के लिए भारतीय सर्वेक्षण विभाग माउंट एवरेस्ट की उंचाई दोबारा नापेगा।
नगरोटा आर्मी कैंप में हुए शहीदों में हवलदार सुखराज सिंह (32) पंजाब के बटाला के गांव मान नगर के रहने वाले थे। सुखराज सिहं मंगलवार को छुट्टी आने वाले थे । इसकी सूचना उन्होंने सोमवार रात को अपनी पत्नी को फोन पर दी थी।