उद्योग जगत ने भारतीय सेना द्वारा नियंत्रण रेखा के पार जाकर आतंकी ठिकानों को नष्ट करने के कदम का पूरा समर्थन करते हुए आज कहा कि यह कड़ी कार्रवाई का समय है।
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने आज गुवाहाटी में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की विचारधारा की निंदा करते हुए कहा कि इस तरह के संगठन भारत का विभाजन कराना चाहते हैं। राहुल ने कहा कि उन पर चाहे जितने केस हो जाएं वे आरएसएस की विचारधारा के खिलाफ लड़ते रहेेंगे।
रिलायंस जियो इंफोकॉम के बाजार में प्रवेश के साथ ही टेलीकॉम सेक्टर में प्रतिस्पर्धा तेज हो गई है। माना जा रहा है कि कड़ी प्रतिस्पर्धा के कारण कई कंपनियों के राजस्व पर भी इसका असर दिखाई देगा। पर, भारती एयरटेल के चेयरमैन सुनील भारती मित्तल को भरोसा है कि रिलायंस जियो की कड़ी चुनौती के बावजूद उनकी कंपनी का बाजार में राजस्व हिस्सा मार्च 2018 तक बढ़ जायेगा।
ओलंपिक रजत पदक जीतकर इतिहास रचने वाली बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु का मानना है कि सुर्खियों में रहने के बाद अब उन पर अपेक्षाओं पर खरा उतरने की अतिरिक्त जिम्मेदारी बढ़ गयी है और उन्हें और कड़ी मेहनत करने की जरूरत है।
पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत की विधानसभा ने बलूचिस्तान पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयानों की निंदा करते हुए एक प्रस्ताव पारित किया और संघीय सरकार से मामले को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उठाने को कहा है।
कांस्य पदक के साथ रियो ओलंपिक में भारत के पदक का सूखा खत्म करने वाली भारतीय महिला पहलवान साक्षी मलिक ने कहा कि यह उनके 12 सालों की कड़ी मेहनत का नतीजा है।
अमेरिका आने वाले लोगों के लिए एक बेहद कड़ी जांच प्रक्रिया का प्रस्ताव देने के एक दिन बाद ही अमेरिकी राष्ट्रपति पद के रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि यदि वह राष्ट्रपति चुने जाते हैं तो वे कट्टरता, घृणा और सख्ती छोड़ देंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अति उत्साही गौरक्षक समूहों की निंदा करने के बावजूद पश्चिम बंगाल में गाय संरक्षण प्रकोष्ठ ने कहा कि वह राज्य में गाय की गणना करना जारी रखेगा।
अर्जेंटीना के खिलाफ मनोबल बढ़ाने वाली जीत दर्ज करने से क्वार्टरफाइनल स्थान लगभग सुनिश्चित करने वाली भारतीय हाकी टीम गुरुवार को रियो ओलंपिक के पूल बी मैच में दुनिया की नंबर दो टीम नीदरलैंड से भिड़ेगी।
गुजरात उच्च न्यायालय ने पटेल आरक्षण आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल को देशद्रोह के दो मामलों में शुक्रवार को जमानत दे दी और साथ ही यह शर्त लगाई कि उन्हें अगले छह महीने तक राज्य से बाहर रहना होगा। बहरहाल हार्दिक फिलहाल जेल से बाहर नहीं आ सकते क्योंकि मेहसाणा जिले के विसनगर शहर में एक विधायक के कार्यालय में हिंसा का मामला भी उनके खिलाफ लंबित है।