किसान आंदोलन की ताप से मध्य प्रदेश में सत्ता वापसी की आस लगाए बैठी कांग्रेस पार्टी में 'सीएम प्राजेक्ट' को लेकर रस्साकशी का दौर शुरू हो चुका है। बीते दिनों कांग्रेस के दिग्गजों ने जो दांव खेला है, वह थोड़ा चौकाता जरूर है, लेकिन अप्रत्याशित नहीं है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री कमलनाथ तथा पार्टी सांसद विवेक तन्खा ने साफ कहा है कि मध्य प्रदेश में ईवीएम में गड़बड़ी आने के बाद चुनाव आयोग साफ और पारदर्शी ढंग से चुनाव कराने पर ध्यान दे।
मध्य प्रदेश कांग्रेस के बड़े नेता कमलनाथ ने एक जनसभा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि पीएम देश को गुमराह कर रहे हैं। उन्होंने मोदी के स्किल इंडिया प्रोग्राम की खिल्ली उड़ाते हुए कहा आज मोदी जिस स्किल इंडिया की बात कर रहे हैं वो हम 10 साल पहले कर चुके हैं।
कांग्रेस ने रविवार को पंजाब में कमलनाथ की जगह पार्टी सचिव आशा कुमारी को एआईसीसी प्रभारी नियुक्त किया लेकिन जमीन कब्जाने के एक मामले में उनके दोषी होने को लेकर विवाद शुरू हो गया। इससे पहले कमलनाथ ने 1984 के सिख-विरोधी दंगों में कथित भूमिका को लेकर भाजपा, अकाली दल और आप के विरोध के बाद पिछले दिनों यह जिम्मेदारी छोड़ दी थी।
कांग्रेस महासचिव कमलनाथ के पंजाब का प्रभार छोड़ने की घोषणा के बाद अब इसे लेकर अटकलें तेज हैं कि पंजाब का प्रभार किसे मिलेगा। पंजाब में अगले वर्ष के आरंभ में ही चुनाव होने हैं इसलिए कांग्रेस से किसी वरिष्ठ नेता को ही यह जिम्मेदारी दिए जाने की बात चल रही है। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि तीन बार दिल्ली में मुख्यमंत्री की कुर्सी संभाल चुकीं शीला दीक्षित को कमान दी जा सकती है।
उत्तर प्रदेश और पंजाब में होने वाले विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस ने पार्टी के वरिष्ठ नेता कमलनाथ को पंजाब और हरियाणा का प्रभारी बनाया है वहीं गुलाम नबी आजाद को उत्तर प्रदेेश का प्रभारी बनाया गया है।
मध्यप्रदेश में राज्यसभा चुनाव के लिये कांग्रेस के उम्मीदवार विवेक तन्खा की जीत सुनिश्चत करने हेतु प्रदेश की राजधानी में कांग्रेस विधायकों से सीधे संपर्क करने के साथ ही भोज कूटनीति भी पूरे जोरों पर चल रही है। राज्यसभा चुनाव का मतदान यहां शनिवार को विधानसभा भवन में होगा।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ की चुप्पी बहुत कुछ कह रही है। खबर है कि वह जल्द ही अपना मुंह खोलेंगे। सूत्रों के मुताबिक सरकार के दो साल पूरे होने और कांग्रेस के अंदर कुछ बड़े बदलाव का इंतजार कर रहे कमलनाथ कुछ खुलासा करने वाले हैं।