अमेरिकी राष्ट्रपति पद के चुनाव में रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप की महिलाओं को लेकर भद्दी टिप्पणी सामने आने के बाद भारतीय अमेरिकियों ने उसे निराशाजनक बताते हुए डेमोक्रेटिक उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन को समर्थन देने की घोषणा की।
जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के शीर्ष निर्णायक निकाय अकादमिक काउंसिल ने एक बार फिर भारतीय संस्कृति और योग में अल्पकालिक पाठ्यक्रम शुरू करने के प्रस्ताव को खारिज कर दिया। यह प्रस्ताव विश्वविद्यालय प्रशासन ने दिया था। बताया जा रहा है कि आरएसएस और अन्य दक्षिणपंथी संगठनों के दबाव में इन विषयों में पाठ्टक्रम शुरू रने का प्रसताव तैयार किया गया है।
भारतीय मूल के अमेरिकी लोग देश की कांग्रेस में अपनी संख्या बढ़ाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं क्योंकि नवंबर में होने जा रहे चुनाव में इस समुदाय से महिलाओं सहित ज्यादा उम्मीदवारों के जीतने की संभावना है।
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी इन दिनों उत्तर प्रदेश के दौरे पर हैं। शुकवार को राहुल ने अयोध्या स्थित हनुमानगढ़ी मंदिर में दर्शन किए। साल 1992 में विवादित ढांचा विध्वंस के बाद अयोध्या की यात्रा करने वाले वाले नेहरू-गांधी परिवार के राहुल पहले सदस्य हैं।
राशन कार्ड बनवाने के नाम पर नशीला पदार्थ खिलाकर महिला के साथ दुष्कर्म करने के आरोपी दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री संदीप कुमार की तुलना महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू से करने वाले आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता आशुतोष के खिलाफ मुंबई में शिकायत दर्ज कराई गई है।
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय ने साथी छात्रा के साथ बलात्कार के आरोपी पीएचडी छात्र को निलंबित करते हुए जांच होने तक परिसर में उसके प्रवेश पर पाबंदी लगा दी है। जेएनयू के छात्रों और शिक्षकों के प्रदर्शन के बाद यह फैसला लिया गया है।
राष्ट्र द्रोह का कानून नया नहीं है। ब्रिटिश राज में भी यही कानून लागू था। आजादी के बाद संविधान निर्माता स्वयं राष्ट्र को समर्पित थे और उन्होंने भारत के विरूद्ध किसी तरह के षडयंत्र और गतिविधि को रोकने एवं कड़ी सजा के प्रावधान कर दिए।
दुनिया का हर रास्ता पहले थोड़ा उबड़-खाबड़, कहीं पत्थर, कहीं धूल, आसपास कहीं पेड़-फूल-पत्ते, दूर या पास पानी या पहाड़ से ही मंजिल की ओर ले जाता है। सोमवार को हम 70वां स्वाधीनता दिवस धूमधाम से मना रहे हैं।
भारतीय जनता पार्टी के नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी का कहना है कि ‘लालकृष्ण आडवाणी देश के प्रधानमंत्री बन सकते थे। लेकिन जब समय आया, तो उन्होंने इस पद के लिए अटल बिहारी वाजपेयी का नाम आगे कर दिया।’ स्वामीजी ने 32 वर्षों तक आडवाणी के सहायक रहे विश्वंभर श्रीवास्तव की आत्मकथा जैसी पुस्तक के लोकार्पण कार्यक्रम में यह बात कही।