शीर्ष पिस्टल निशानेबाज जीतू राय ने शानदार वापसी करते हुए आज नई दिल्ली में आईएसएसएफ विश्व कप की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में कांस्य पदक हासिल किया जिससे भारत चौथे स्थान पर है।
दागी सुरेश कलमाड़ी और अभय सिंह चौटाला को आजीवन अध्यक्ष नियुक्त करने के लिए चौतरफा आलोचनाओं का सामना करने के बाद भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) को यह विवादास्पद फैसला वापस लेने को बाध्य होना पड़ा है।
भारतीय जिम्नास्ट और रियो ओलंपिक में बेहतर प्रदर्शन करने वाली दीपा करमाकर तोहफे में मिली बीएमडब्ल्यू कार को वापस करना चाहती हैं। रियो ओलंपिक में फाइनल खेलने वाली दीपा इस तोहफे को लौटाना चाहती हैं क्योंकि महंगी और आलीशान कार को मैंटेन करना उनके लिए आसान नहीं है।
भालाफेंक खिलाड़ी देवेंद्र झाझरिया परालम्पिक में दो स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय बन गए जिन्होंने अपना ही विश्व रिकार्ड तोड़कर रियो खेलों में पीला तमगा जीता। एथेंस ओलंपिक 2004 में स्वर्ण पदक जीतने वाले देवेंद्र ने एफ 46 वर्ग में अपना ही विश्व रिकार्ड तोड़कर स्वर्ण पदक जीता। देवेंद्र का पिछला रिकार्ड 62 .15 मीटर का था जो उन्होंने एथेंस ओलंपिक 2004 में बनाया था। यहां उन्होंने 63.97 मीटर का रिकार्ड बनाया।
अगर एक रूसी हैकिंग समूह पर भरोसा करें तो विश्व की एंटी डोपिंग रोधी एजेंसी वाडा ने दुनिया के चोटी के खिलाड़ियों को प्रतिबंधित दवाएं लेने की इजाजत दे रखी है जिसके कारण ऐसी दवाएं नहीं लेने वाले ईमानदार खिलाड़ियों को हार का सामना करना पड़ता है। अभी खत्म हुए रियो ओलंपिक खेलों में भारत को भी ऐसे दो खिलाड़ियों के कारण कम से कम दो मेडल गंवाने पड़े हैं। इनमें ऐतिहासिक प्रदर्शन करने वाली जिम्नास्ट दीपा कर्ममार भी शामिल हैं जो चौथे स्थान पर रही थीं।
रियो पैरालंपिक में भारतीय खिलाड़ियों ने उस समय इतिहास रच दिया जब मरियाप्पन थंगावेलू परालंपिक खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाले तीसरे भारतीय बन गए जबकि वरूण भाटी ने टी42 ऊंची कूद में कांस्य पदक जीता।
पंकज आडवाणी प्रतिष्ठित सैंगसोम 6 रेड स्नूकर विश्व चैम्पियनशिप में पदक जीतने वले पहले भारतीय बने जब उन्होंने आज बैकाक में सेमीफाइनल में चीन के डिंग जुनहुई के खिलाफ शिकस्त के बाद कांस्य पदक हासिल किया।
देश में क्रिकेट को सबसे लोकप्रिय खेल माना जाता है। लेकिन बैडमिंटन ने अब इस खेल को पीछे कर दिया है। रियो ओलम्पिक खेलों में स्वर्ण पदक के लिए हुए महिला सिंगल्स मैच में भारतीय शटलर पी.वी. सिंधु और स्पेन की कैरोलिना मारिन के बीच हुए मैच को विश्व कप क्रिकेट टी-20 सेमीफाइनल मैच से भी ज्यदा दर्शक मिले हैं।
किसी काम को करने का जज्बा हो तो उम्र मायने नहीं रखती। चंडीगढ़ की 100 वर्षीय महिला मान कौर ने इसे साबित कर दिया है जिन्होंने वेंकुवर में चल रहे अमेरिकन मास्टर्स गेम्स में शॉटपुट, जेवलिन थ्रो और 100 की दौड़ में स्वर्ण पदक हासिल किया है।
साइना नेहवाल और पीवी सिंधू के लगातार ओलंपिक खेलों में पदक के दौरान इन दोनों खिलाड़ियों का मार्गदर्शन करने वाले मुख्य बैडमिंटन कोच पुलेला गोपीचंद ने कहा कि वह भाग्यशाली थे कि पढ़ाई में अच्छे नहीं थे और आईआईटी परीक्षा पास नहीं कर पाने से उनके सफल खिलाड़ी बनने का रास्ता खुला।