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Search Result : "किशोर न्याय अधिनियम"

कांग्रेस के लिए च्यवनप्राश हैँ प्रशांत किशोरः हरीश रावत

कांग्रेस के लिए च्यवनप्राश हैँ प्रशांत किशोरः हरीश रावत

प्रशांत किशोर भले ही उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के लिए अपने दम पर कोई चमत्कार दिखाने में नाकाम साबित हो रहे हों मगर उत्तराखंड में कांग्रेस का उनपर भरोसा कायम है। राज्य के कांग्रेसी मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कांग्रेस की तुलना बुजुर्ग व्यक्ति जबकि प्रशांत किशोर को च्यवनप्राश बताया है।
सामाजिक न्याय प्रदान करने की जमीनी हकीकत निराशाजनक : अंसारी

सामाजिक न्याय प्रदान करने की जमीनी हकीकत निराशाजनक : अंसारी

उपराष्‍ट्रपति हामिद अंसारी ने मंगलवार को कहा कि देश में कल्याण संबंधी कानून बनाए जाने और कदम उठाए जाने के 70 साल बाद भी सामाजिक न्याय प्रदान करने की जमीनी हकीकत निराशाजनक है। उन्होंने कहा, सामाजिक न्याय के मामले में हम कहां खड़े हैं ? सामाजिक न्याय प्रदान करने के लिए कल्याण संबंधी कानून बनाए जाने और कदम उठाए जाने के 70 साल बाद भी यह एक सवाल है जो गणराज्य के लोग राज्य से पूछ सकते हैं।
पीके कांग्रेस का जनाजा निकाल देगाः विधायक

पीके कांग्रेस का जनाजा निकाल देगाः विधायक

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के लोकसभा क्षेत्र रायबरेली के एक बड़े नेता ने राज्य में पार्टी के रणनीतिकार प्रशांत किशोर यानी पीके के ऊपर बड़ा हमला बोलते हुए कहा है कि पीके राज्य में कांग्रेस का जनाजा निकाल देंगे।
32 साल बाद भी न्याय के बजाय बस श्रद्धांजलि सभा

32 साल बाद भी न्याय के बजाय बस श्रद्धांजलि सभा

आज यानी 3 दिसंबर को भोपाल गैस त्रासदी की 31वीं बरसी पर भोपाल में कई श्रद्धांजलि सभाओं का आयोजन होगा। सन 1984 में 2 और 3 तारीख की दरम्यानी रात को यूनियन कार्बाइड कारखाने से मिथाइल आइसोसाइनाइड गैस लीक होने से 15 हजार से ज्यादा लोग मारे गए थे और हजारों लोग अपंग हो गए थे।
कांग्रेस ने प्रशांत किशोर से पल्ला झाड़ा

कांग्रेस ने प्रशांत किशोर से पल्ला झाड़ा

उत्तर प्रदेश के चुनाव में कांग्रेस के खेवनहार बनाकर लाए गए चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर से पार्टी ने पल्ला झाड़ लिया है। इसका संकेत तब मिला जब पार्टी ने राज्य में दलितों को साथ जोड़ने के लिए शुरू किए जा रहे अभियान ‘शिक्षा, सुरक्षा, स्वाभिमान’ से पीके और उनकी टीम को पूरी तरह बाहर कर दिया।
जानिए, कैसे तैयार करते हैं 'चुनावी चाणक्‍य' प्रशांत किशोर अपनी रणनीति

जानिए, कैसे तैयार करते हैं 'चुनावी चाणक्‍य' प्रशांत किशोर अपनी रणनीति

'चुनावी चाणक्‍य' प्रशांत किशोर चुनाव में जीत का एक भरोसा है। पहले पीएम मोदी, बाद में नीतीश कुमार और अब कांग्रेस इनकी मदद से सत्‍ता के सिंहासन तक पहुंचना चाहती है। इनकी चुनावी रणनीति काफी पुख्‍ता होती है। प्रशांत इंडियन पॉलिटिकल एक्शन कमेटी नाम से एक संस्था चलाते हैं। यह संस्था ही किसी पार्टी के प्रचार अभियान का काम देखती है। बताया जाता है कि प्रशांत किशोर की इस संस्था में करीब 250 लोग काम करते हैं।
यूपी में सपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ने पर 150 सीटें लेगी कांग्रेस

यूपी में सपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ने पर 150 सीटें लेगी कांग्रेस

उत्तर प्रदेश में सपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ने की कवायद के बीच कांग्रेस ने सीटों की संख्‍या को लेकर अपनी मंशा साफ कर दी हैैैै। चुनावी समर में प्रदेश में अपनी जगह बनाने के लिए कांग्रेस ने गठबंधन की कोशिशें तेज भी कर दी हैं। कांग्रेस के रणनीतिकार प्रशांत किशोर अब तक दो बार सपा सुप्रीमों से मुलाकात कर चुके हैं। कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने सीटों को लेकर चुनावी रणनीति तैयार कर ली है। स्‍पष्‍ट कर दिया है कि उन्हें कम से कम 125 से 150 सीटें चाहिए।
मुलायम से फिर मिले पीके, तेज हुईं महागठबंधन की अटकलें

मुलायम से फिर मिले पीके, तेज हुईं महागठबंधन की अटकलें

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन की कवायद के बीच कांग्रेस के लिए काम कर रहे चुनावी रणनीतिकार प्रशान्त किशोर ने आज सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव से एक बार फिर मुलाकात करके हलचलें बढ़ा दी हैं।
यूपी का दंगल : सपा के साथ महागठबंधन पर कांग्रेस में बगावत के सुर

यूपी का दंगल : सपा के साथ महागठबंधन पर कांग्रेस में बगावत के सुर

कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद और सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव की मुलाकात के बाद सपा और कांग्रेस में गठबंधन की खबरेंं आई। मुलायम सिंह यादव और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के बीच बातचीत भी हुई। सपा प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव और प्रशांत किशोर की भेंट और फिर पीके की मुलायम से दो घंटे से ज्यादा की बातचीत गठबंधन के साफ संकेत है। सियासी चर्चा महागठबंधन की है।
सिख विरोधी दंगों के 32 साल : विशेषज्ञ, सिख फोरम ने न्याय की मांग की

सिख विरोधी दंगों के 32 साल : विशेषज्ञ, सिख फोरम ने न्याय की मांग की

वर्ष 1984 के सिख विरोधी दंगों की 32वीं बरसी पर राजस्थान उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति अनिल देव सिंह ने कहा है कि कर्तव्य की उपेक्षा करने वाले और दंगाइयों पर आंखें बंद कर लेने वाले सरकारी अधिकारियों को हिंसा में सहायता करने वाला घोषित किया जाना चाहिए।
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