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Search Result : "किसान संयुक्त मोर्चा"

राहुल की किसान पदयात्रा : गन्ना किसानों को कर्ज माफी की उम्मीद

राहुल की किसान पदयात्रा : गन्ना किसानों को कर्ज माफी की उम्मीद

कुशीनगर और उससे लगे देवरिया जिलों में तीन दिन से लगातार बारिश हो रही है और इस बीच किसानों ने संशय के साथ कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के कृषि रिण माफी करने के वादे का स्वागत किया है। राहुल ने 2,500 किलोमीटर लंबी किसान पदयात्रा के पहले दिन किसानों का रिण माफ करने का वादा किया था। राहुल की दूसरी खाट सभा के पास टहल रहे 73 साल के रमन यादव ने उदासीनता के साथ राजनीति पर बात की। यादव आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मौका देने पर विचार कर रहे हैं। उनके परिवार के पास तीन बीघा जमीन है लेकिन यादव ने कहा कि कि इससे जैसे तैसे परिवार का गुजारा हो जाता है।
खाट के साथ गन्ने के खेत का खतरा

खाट के साथ गन्ने के खेत का खतरा

राहुल गांधी को खाट-सभा की सलाह देने वाले पी के जैसे सलाहकारों को यह पता नहीं होगा कि गांवों में हरियाली खेती के आसपास खाट बिछाकर थोड़ा सुकून मिल सकता है, वहीं कुछ गड़बड़ होने पर गन्ने की खेती से निकलकर भागना घायल कर देता है।
बारिश होने के बावजूद देश के बड़े हिस्से में सूखे का संकट

बारिश होने के बावजूद देश के बड़े हिस्से में सूखे का संकट

लगातार दो सालों तक सूखे के बाद भारत में औसत बारिश हुई है। बारिश अगस्त के अंत तक 100 फीसदी के औसत से 2 प्रतिशत कम थी। लेकिन इसके बावजूद देश के एक तिहाई से ज्यादा हिस्से में कम बारिश हुई है। जिस कारण से यहां सूखे का संकट उत्पन्न होने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है।
'यूपी में जीते तो किसानों का कर्ज माफ, बिजली बिलों में 50 फीसदी की कटौती'

'यूपी में जीते तो किसानों का कर्ज माफ, बिजली बिलों में 50 फीसदी की कटौती'

राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण उत्तर प्रदेश में सत्ता प्राप्त करने के प्रयास के तहत अपनी 2500 किलोमीटर लंबी किसान यात्रा की शुरुआत करते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी मंगलवार को किसानों से मिले और 2017 के विधानसभा चुनाव में सत्ता में आने पर रिण माफ करने तथा बिजली बिलों में 50 प्रतिशत तक की कमी करने का वायदा किया। देवरिया से दिल्ली यात्रा उत्तर प्रदेश में सत्ता के 27 साल के सूखे को दूर करने के कांग्रेस के अभियान का हिस्सा है।
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख पद चुनाव में पुर्तगाल के गुटेरेस सबसे आगे

संयुक्त राष्ट्र प्रमुख पद चुनाव में पुर्तगाल के गुटेरेस सबसे आगे

पुर्तगाल के पूर्व प्रधानमंत्री एंटोनियो गुटेरेस संयुक्त राष्ट्र के महासचिव बान की-मून के बाद इस पद को संभालने के दावेदारों की दौड़ में सबसे आगे हो गए हैं। उन्होंने तीसरे मतदान में भी अपनी बढ़त बरकरार रखी है। इसके साथ ही संयुक्त राष्ट्र के शीर्ष पद पर किसी महिला के चुने जाने की उम्मीदें कमजोर पड़ रही हैं।
मुसलमानों के बीच बढ़ी पीएम मोदी की लोकप्रियता-आतिफ रशीद

मुसलमानों के बीच बढ़ी पीएम मोदी की लोकप्रियता-आतिफ रशीद

दिल्ली भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष आतिफ रशीद ने अल्पसंख्यकों के बीच किसी तरह के ‘डर’ की बात को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि देश के दूसरे वर्गों की तरह मुस्लिम समुदाय के बीच भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता बढ़ी है और केंद्र की योजनाओं का मुसलमानों को भी बराबर का फायदा हो रहा है।
संयुक्त राष्ट्र ने पाकिस्तान में दाउद के छह पतों की पुष्टि की

संयुक्त राष्ट्र ने पाकिस्तान में दाउद के छह पतों की पुष्टि की

संयुक्त राष्ट्र ने पाकिस्तान में अंडरवर्ल्ड डॉन दाउद इब्राहीम के उन नौ पतों में से छह की स्पष्ट तौर पर पुष्टि कर दी जो भारत ने मुहैया कराए हैं। नौ पतों में से तीन पते गलत पाए गए हैं जिनको सूची से हटा दिया गया है।
संयुक्त राष्ट्र जारी करेगा सुब्बुलक्ष्मी पर डाक टिकट

संयुक्त राष्ट्र जारी करेगा सुब्बुलक्ष्मी पर डाक टिकट

कर्नाटक संगीत की प्रसिद्ध भारतीय कलाकार, एम एस सुब्बुलक्ष्मी की जन्म शताब्दी के उपलक्ष्य में संयुक्त राष्ट्र उनके सम्मान में एक डाक टिकट जारी करेगा। यह टिकट 15 अगस्त को जारी होगा। इस दिन भारत का 70वां स्वतंत्रता दिवस भी है।
केरल में कांग्रेस से दूर होते मणि

केरल में कांग्रेस से दूर होते मणि

केरल में चुनाव हारने के बाद कांग्रेस नीत संयुक्त मोर्चा (यूडीएफ) की हालत खस्ता है। विधानसभा में संख्या बल पहले ही कम है और अब मोर्चे के तीसरे सबसे बड़े घटक केरल कांग्रेस (मणि गुट) की नाराजगी ने मोर्चे का संकट और बढ़ा दिया है।
अफसरशाही और नेताओं के बीच पिसता प्रसार भारती

अफसरशाही और नेताओं के बीच पिसता प्रसार भारती

'अगर किसी अच्छी खासी चलती हुई चीजों का भट्टा बैठाना हो तो उसे सरकारी लोगों के हाथों में सौंप देना चाहिए। नाम न छापने की शर्त पर प्रसार भारती के अधिकारी जब यह कहते हैं तो पहली बार में यह बात अतिश्योक्ति लग सकती है लेकिन जब प्रसार भारती की हालत पर गौर करें तो इस वाक्य‍ का एक-एक शब्द‍ ठीक लगने लगता है। निजी चैनलों के बीच सुस्त चाल में चलते दूरदर्शन को यूं तो कोई फिक्र नहीं रहती लेकिन जो भी थोड़ी-बहुत ठीक चलते कार्यक्रम या बातें हैं वह प्रसार भारती में अंदरूनी खींचतान की भेंट चढ़ जाता है।
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