दिल्ली मेट्रो ने एक महीने के भीतर 200 गार्डर खड़े करके लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में अपनी जगह बना ली है। ये गार्डर नोएडा से ग्रेटर नोएडा गलियारे में खड़े किए गए हैं।
छह हजार लड़कियांं एक साथ- एक जगह पर आत्मरक्षा के गुण सीख रही थी। जैसे ही इनका ट्रेनिंग कार्यक्रम समाप्त हुआ हर कोई दंग रह गया। आत्मरक्षा के गुण सीख रही इन लड़कियों का नारा था मेरी रक्षा मेरे हाथ।
देश के नए मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने स्मृति ईरानी के फैसले को पलटते हुए नई दिल्ली इंटरनैशनल बुक फेयर के आयोजन को आउटसोर्स करने से इनकार कर दिया है। तत्कालीन मानव संसाधन विकास मंत्री ईरानी ने इसे आउटसोर्स करने का फैसला किया था। तब मंत्रालय ने नैशनल बुक ट्रस्ट से एक प्राइवेट एजेंसी को प्रेजेंटेशन देने को भी कहा था।
नब्बे के दशक के बच्चों के मन में रुडयार्ड किपलिंग की द जंगलबुक की यादें चिरस्थायी हैं। निर्देशक जॉन फेवरियू ने इस चिरकालिक स्मृति को भव्य तरीके से फिल्म के रूप में पेश किया है।
दिल्ली पुलिस ने एक बड़ी कामयाबी हासिल की। 2015 के नवंबर महीने में भारत के सबसे बड़े लूट कांड को सुलझाने के लिए दिल्ली पुलिस का नाम लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्डस में दर्ज किया गया है।
खाना पकाना अच्छा लग सकता है। लेकिन जब बच्चों के लिए पकाना पड़े तो सरदर्दी हो जाती है। बच्चे किस पकवान पर नाक-भौं सिकोड़ देंगे कहा नहीं जा सकता। यदि कोई किताब मिल जाए जिसमें बच्चों की मनपसंद खाने की विधियां भी हों और यह पौष्टिक भी हो तो कैसा रहे।
अमेरिका के एक पूर्व शीर्ष राजनयिक ने कहा है कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वैश्विक जिम्मेदारियों को उठाने और भारत एवं अमेरिका के बीच संबंधों को मजबूती देने के लिए भारत के भीतर मोदी की प्रगति बेहद जरूरी है।
केरल के लेखक अनीस सलीम को इंडियन फिक्शन श्रेणी में उनकी किताब ‘द ब्लाइंड लेडीज डेसेंडैंट्स’ के लिए रेमंड क्रॉसवर्ड बुक अवॉर्ड मिला है। जबकि सामंत सुब्रमण्यम को उनकी पुस्तक ‘दिस डिवाइडेड आईलैंड: स्टोरीज फ्रॉम द श्रीलंकन वार’ के लिए गैर फिक्शन श्रेणी में यह पुरस्कार मिला है।
किताब प्रेमी हर साल इन्तज़ार करते हैं कि कब किताबों का मौसम आएगा और वे न सिर्फ किताबों की दुनिया में खो जाएंगे बल्कि भागम भाग के इस दौर में कुछ पल किताबों की जिल्द की छांव में सुस्ता भी लेंगे। पुस्तक मेला नएपन के लिए जाना जाने लगा है।
नेशनल बुक ट्रस्ट नई दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में जिगर मुरादाबादी और पवित्र भूमि पर पुस्तकों की खुशबुओं से सुवासित करने का सात्विक कार्य ‘पुस्तक मेला’ के रूप में आयोजित किया गया।