प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बड़ा हमला बोलते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि पहले देश को बनाने की जरूरत है। मेक इंडिया की आवश्यकता है। एक बार जब हम देश को तैयार कर लेंगे, तो निवेशक खुद-ब-खुद आने लगेंगे। दूसरे देशों में जाकर गिड़गिड़ाने से कुछ नहीं होगा।
इस समय देश में चारों ओर मध्यप्रदेश के व्यापम घोटाले को लेकर शोर है। कांग्रेस इसे लेकर केंद्र सरकार को कटघरे में खड़ा कर रही है वहीं सरकार के आला नेता व्यापम को लेकर चुप हैं। मंगलवार को सोशल मीडिया पर भी #ShavrajYatra हैशटैग ट्रैंड करता रहा। इसे लेकर ट्वीट करने वालों ने तीखे कमेंटस् दिए।
आईपीएल की दो बड़ी टीमों को दो साल के लिए खेल से बाहर करने और राज कुंद्रा और गुरुनाथ मयप्पन पर आजीवन प्रतिबंधन लगाने के फैसले के बाद बीसीसीआई में सन्नाटा छाया हुआ है। हालांकि एक बयान जारी कर बीसीसीआई अध्यक्ष जगमोहन डालमिया ने कहा कि बोर्ड न्यायिक फैसलों का सम्मान करता आया है लेकिन प्रतिक्रिया व्यक्त करने से पहले पैनल की रिपोर्ट पर गौर करेगा। डालमिया ने कहा, पूरी रिपोर्ट पढने तथा सामूहिक फैसला लेने के बाद बोर्ड प्रतिक्रिया व्यक्त करेगा।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के बाद अब केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू पर भी एयर इंडिया की उड़ान लेट कराने के आरोप लगे हैं। कहा जा रहा है कि रिजिजू की वजह से उड़ान करीब एक घंटा लेट हुई बल्कि तीन यात्रियों को विमान से नीचे उतारा गया।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणनीवस के बाद अब केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने एयर इंडिया के विमान की उड़ान में देरी कराकर आफत मोल ले ली है। लेह से नई दिल्ली आने वाले विमान को घंटे भर देर कराने तथा विमान से तीन यात्रियों को उतारने के मामले में रिजिजू ने हालांकि सफाई पेश करते हुए माफी मांग ली है लेकिन प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने इन दोनों मामलों पर विमान मंत्रालय से रिपोर्ट मांगी है।
महाराष्ट्र की भाजपा सरकार अब वीवीआईपी कल्चर को बढ़ावा देने के विवाद में घिर गई है। ताजा मामला एयर इंडिया की इंटरनेशनल उड़ान से जुड़ा है, जिसे सिर्फ इसलिए घंटे भर तक टेक-ऑफ नहीं करने दिया गया क्योंकि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के पीएस का पासपोर्ट छूट गया था। हालांकि, फडणवीस ने फ्लाइट लेट कराने के आरोपों से असत्य और भ्रामक बताया है।
नीति आयोग के उपाध्यक्ष अरविंद पनगढ़िया ने अपने ब्लॉग में देश की आर्थिक तरक्की का जिक्र किया है और इसमें कृषि को छोड़ अन्य दूसरे क्षेत्रों का योगदान बताया है। लेकिन उन्होंने यह जिक्र करना शायद उचित नहीं समझा कि पिछले जिस दशक के दौरान अर्थव्यवस्था में सबसे तेज विकास हुआ, उसी अवधि में रोजगार की विकास दर सबसे धीमी क्यों रही?