1994 में अक्षय ने श्री देवी के साथ एक फिल्म की थी, 'मेरी बीवी का जवाब नहीं', लेकिन इसकी शूटिंग पूरी नहीं हो पाई थी और दस साल बाद इसे बिना क्लाइमैक्स के ही रिलीज कर दिया गया। अक्षय ने कॉफी विद करन के एक एपिसोड में यह बात बताई थी।
1681-82 के आसपास जुलियाना गोवा से मुगल दरबार में पहुंची और शीघ्र ही औरंगजेब की बेगम और शहजादे मुअज्जम की अम्मी नवाब बाई की खिदमत में लग गई। जब 1686 में मुअज्जम और उसकी अम्मी बादशाह औरंगजेब की नजरों में गिर गए तब जुलियाना ने उनके प्रति अपनी अटूट वफादारी निभाई।