हम कितनी भी कोशिश कर लें- कूटनीतिक औजार कभी पाकिस्तान के साथ काम नहीं आते। अरसे से भारत का यही अनुभव रहा है। हमारे सामने हमेशा यही स्थिति बन जाती है कि बदनाम देश को हम और कितना बदनाम करें?
मंगलवार को नरेंद्र मोदी ने अपने कैबिनेट का विस्तार किया। यह विस्तार और बदलाव पूरी तरह पीएम नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने किया है। पार्टी के अन्य सूत्रों का इसमें ज्यादा दखल और हस्तक्षेप नहीं हुआ। इस मंत्रिमंडल को नरेंद्र मोदी और अमित शाह का स्टैंप कहा जा सकता है ।
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज ने दावा किया है कि परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) में भारत का प्रवेश पाकिस्तान की गहन कूटनीतिक लॉबिंग की वजह से रूका। अजीज के अनुसार इसके लिए शरीफ ने निजी तौर पर अपने 17 समकक्षों को पत्र भी लिखे।
अमेरिका में हाल की दो बड़ी कूटनीतिक नाकामियों के बाद पाकिस्तान एक लॉबिस्ट की तलाश कर रहा है जो वाशिंगटन में इस्लामाबाद के हितों की पुरजोर ढंग से पैरवी करे।
उत्तर प्रदेश में राज्यसभा की सीटों के लिए लॉबिंग तेज हो गई है। समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश से सर्वाधिक सात सदस्यों को राज्यसभा में भेज सकती है ऐसे में कई लोग सपा की आेर भी टकटकी लगाए बैठे हैं। सपा से बेनी प्रसाद वर्मा को राज्यसभा भेजा जाना जहां तय हो चुका है वहीं कुछ नामों को लेकर मंथन चल रहा है।
भारत-पाक वार्ता के संबंध में भारत ने संकेत दिया है कि पठानकोट हमले की पृष्ठभूमि में वार्ताओं से ज्यादा प्राथमिकता पाकिस्तान की ओर से आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई को दी जाएगी। पठानकोट हमले के कारण भारत और पाकिस्तान के बीच विदेश सचिव स्तर की वार्ताएं स्थगित हो गई थीं।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उप राज्यपाल की ओर से नियुक्त कार्यवाहक मुख्य सचिव शकुंतला गैमलिन पर बिजली कंपनियों के लिए लॉबिंग के गंभीर आरोप लगाए हैं। केजरीवाल का कहना है कि वह 10 दिन तक गैमलिन के कामकाज पर नजर रखेंगे और कोई गलत काम नहीं होने देंगे।
पुरस्कारों में लॉबिंग को लेकर बाबा रामदेव ने हमला बोला है। रामदेव का कहना है कि पद्म पुरस्कारों और नोबेल पुरस्कार तक के लिए भी चयन की प्रक्रिया में बहुत लाॅबिंग होती है और जिनके पास राजनीतिक रसूख होता है वे इसे पाने में सफल होते हैं। हाल ही में योगगुरू ने पद्म विभूषण को स्वीकार करने से मना कर दिया था।
हिंद महासागर में स्ट्रिंग ऑफ पल्स यानी मुक्ता-माल की सामरिक कूटनीति के जरिये चीन के बढ़ते प्रभात के बीच भारत ने भी कूटनीतिक बिसात बिछानी शुरू कर दी है। इसी रणनीति के तहत भारत हिंद महासागर के तट पर बसे देशों के बीच व्यापार को सभ्यता और संस्कृति से जोडक़र द्विपक्षीय व्यापार की संभावनाएं तलाश रहा है। इसके मद्देनजर भारत तटीय देशों के साथ मधुर संबंध रखना चाहता है और इन संबंधों को व्यापार के साथ-साथ सभ्यता और संस्कृति से जोड़ रहा है।