लालू प्रसाद को रविवार को लगातार 9वीं बार राष्ट्रीय जनता दल का अध्यक्ष चुन लिया गया। पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में आयोजित राजद की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में उन्हें निर्विरोध अध्यक्ष निर्वाचित किया गया। इस अवसर पर लालू प्रसाद ने भाजपा और नरेंद्र मोदी की सरकार में देश के सुरक्षित नहीं होने का आरोप लगाते हुए कहा कि बिहार की जीत के बाद अब वह सांप्रदायिक ताकतों को कुचलने और हस्तिनापुर (दिल्ली) से भाजपा को उखाड़ फेकने के लिए देश में धर्मनिरपेक्ष ताकतों को एकजुट करेंगे।
भ्रष्टाचार निरोधक निकाय लोकपाल के अध्यक्ष पद के लिए कुल 16 आवेदन आए हैं। आवेदन करने वालों में उच्चतम न्यायालय के तीन पूर्व न्यायाधीश के अलावा उच्च न्यायालय के एक पूर्व मुख्य न्यायाधीश ने भी आवेदन किया है। इनके अलावा यूजीसी के एक पूर्व सदस्य और एक सूचना आयुक्त समेत कुल 16 लोगों ने लोकपाल के अध्यक्ष पद के लिए अपनी दावेदारी जताई है। यह जानकारी कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) ने सूची जारी कर दी है।
ऐसा लगता है कि बिहार में जंगलराज की वापसी की आशंकाएं सही साबित होने लगी हैं। लालू प्रसाद यादव के 15 वर्ष के शासन के दौरान हत्याओं, अपहरण, रंगदारी, लूटपाट की जो घटनाएं आम थी वह नीतीश के दस वर्ष के शासन के दौरान थम गई थीं मगर सत्ता में पूरी ताकत के साथ लालू प्रसाद की वापसी के साथ एक बार फिर अपराध का पुराना दौर लौटता दिख रहा है।
लालू प्रसाद यादव के साथ गले लगने वाली उनकी तस्वीर वायरल हो जाने के बाद आज अपने भ्रष्टाचार विरोधी साख का बचाने का प्रयास करते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि राजद प्रमुख ने उन्हें खींचा और गले लगा लिया और इसका मतलब गठबंधन नहीं है।
राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बेटे तेज प्रताप से शपथ लेने में हुई चूक का मुद्दा तूल पकड़ता जा रहा है। बहुत से लोग इस त्रुटि को तेज प्रताप की शिक्षा और अनुभव से जोड़कर लालू यादव पर निशाना साध रहे हैं। लेकिन आज लालू यादव ने पलटवार करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ही लपेट में लिया। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी की शपथ के दौरान एक शब्द के गलत उच्चारण की याद दिलाते हुए कहा कि उन्हें दोबारा शपथ लेनी चाहिए।
हिंदी के अनेक दुर्लभ ग्रंथ, पुरानी पुस्तकों की प्रति, पत्रिकाओं की पुरानी फाइलें अब उपलब्ध नहीं हैं। इस कारण देश के विश्वविद्यालयों में शोध कार्य प्रामाणिक ढंग से नहीं हो पाते और साहित्य में ऐतिहासिक तथ्यों को लेकर गड़बड़ियां बनी रहती हैं। इस कमी को देखते हुए राष्ट्रीय पुस्तक न्यास ने सन 1933 में प्रकाशित द्विवेदी अभिनंदन ग्रंथ को दोबारा प्रकाशित कर अच्छा काम किया है। लेकिन जिस तरह हड़बड़ी और असावधानी में यह ग्रंथ प्रकाशित किया गया है उसे लेकर चिंता होती है।
बिहार चुनाव में शानदार जीत दर्ज करने वाले नीतीश कुमार ने पांचवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण कर ली। पटना के गांधी मैदान में नीतीश के साथ लालू प्रसाद यादव के दोनों बेटों ने भी मंत्री पद की शपथ ली है। उनके बेटे तेजस्वी को उप-मुख्यमंत्री बनाए गया है। नीतीश मंत्रिमंडल में कुल 28 लोगों को जगह मिली है्, इनमें राजद और जदयू के 12-12 मंत्री जबकि कांग्रेस से 4 मंत्री हैं। इनमें सिर्फ दो महिलाएं हैं जबकि चार मुस्लिम विधायकों को मंत्री बनाया गया है।
बिहार में चुनाव नतीजे आने के बाद भले ही नीतीश कुमार बिहार का मुख्यमंत्री बनने की तैयारी कर रहे हों मगर राज्य के नेताओं और नौकरशाहों को पता है कि सत्ता का केंद्र कहां रहने वाला है। तभी तो छठ पर्व के खरना वाले दिन पटना में लाल और नीली-पीली बत्ती लगी गाड़ियों की सबसे लंबी कतार लालू प्रसाद के निवास के बाहर दिखाई दे रही थी।
बिहार के मधेपुरा से सांसद और जनाधिकार पार्टी (जेएपी) के प्रमुख राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने आज उन अमर्यादित दावों के लिए माफी मांगी है, जिनमें उन्होंने कहा था कि यदि राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के दोनों बेटे बिहार विधानसभा का चुनाव जीत जाते हैं तो वह (पप्पू यादव) राजनीति छोड़ देंगे।