 
 
                                    अनामिका को वाणी फाउंडेशन गणमान्य पुरस्कार
										     वाणी की निदेशक अदिति माहेश्वरी-गोयल की ओर से प्राप्त जानकारी के अनुसार यह पुरस्कार देश के उन अनुवादकों को दिया जाता है जिन्होंने निरंतर और कम से कम दो भारतीय भाषाओं के बीच साहित्यिक और भाषाई सम्बन्ध विकसित करने में गुणात्मक योगदान दिया है| इसी आधार पर अनामिका को नमिता गोखले, संस्थापक और सह-निदेशक, जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल; नीता गुप्ता, निदेशक, जयपुर बुक मार्क और संदीप भुटोरिया, सांस्कृतिक आलोचक के निर्णायक मंडल ने चुना है।										
                                                                                
                                     
                                                 
  
  
  
  
  
  
  
  
  
			 
                     
                    