उस्मानाबाद से शिवसेना सांसद रवींद्र गायकवाड़ एक बार फिर मुश्किलों में फंसते दिख रहे हैं। दरअसल एयर इंडिया के एक कर्मचारी की पिटाई करने के मामले में विमानन कंपनी एयर इंडिया ने दिल्ली पुलिस को एक चिट्ठी लिखी है।
शिवसेना के सांसद रविंद्र गायकवाड़ की मुश्किलें दिन पर दिन बढ़ती ही जा रही हैं। गुरुवार को संसद में बयानबाजी और हंगामे के बावजूद अभी भी उनकी हवाई यात्रा से प्रतिबंध नहीं हटा है। अब ऑल इंडिया केबिन क्रू एसोसिएशन ने भी गायकवाड़ से बिना शर्त माफी मांगने की मांग की है और कहा है कि गायकवाड़ को लिखित रूप से सभी नियमों का पालन करने का वादा करना होगा।
एयर इंडिया ने शुक्रवार को शिवसेना सांसद रविंद्र गायकवाड़ पर लगा यात्रा प्रतिबंध हटा लिया गया है। गायकवाड़ ने गुरुवार को संसद में घटना को लेकर खेद व्यक्त किया था, साथ ही नागरिक उड्डयन मंत्री अशोक गजपति राजू को पत्र लिखकर भी खेद जताया था। इसके बाद नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने गायकवाड़ पर लगा बैन हटाने के लिए एयर इंडिया को पत्र लिखा। तब जाकर एयर इंडिया ने गायकवाड़ की हवाई यात्रा पर लगा प्रतिबंध हटाने का फैसला किया है।
एअर इंडिया के कर्मचारी के साथ दुर्व्यवहार करने वाले शिवसेना सांसद रवींद्र गायकवाड़ करीब दो सप्ताह बाद गुरुवार को संसद पहुंचे। सदन में उन्होंने एयर इंडिया की घटना का जिक्र किए बिना कहा कि विनम्रता मेरे स्वभाव में है। उन्होंने कहा कि मैं सदन से माफी मांगता हूं, लेकिन अफसर से माफी नहीं मागूंगा।
सांसद रवींद्र गायकवाड़ की हवाई यात्रा पर प्रतिबंध हटाने की शिवसेना की मांग को नागर विमानन मंत्री अशोक गजपति राजू द्वारा स्वीकार नहीं करने के बाद लोकसभा में अफरातफरी की स्थिति उत्पन्न हो गई। केंद्रीय मंत्री अनंत गीते समेत शिवसेना सदस्यों ने सदन में ही राजू को घेर लिया। सरकार ने इस मुद्दे का जल्द सर्वस्वीकार्य समाधान निकालने का भरोसा दिया।
शिवसेना सांसदों द्वारा मुंबई और पुणे हवाई अड्डों पर एयरलाइन का संचालन बाधित करने की कथित चेतावनी के बाद एयर इंडिया इन दोनों हवाई अड्डों पर अपने कर्मचारियों की सुरक्षा बढ़ा सकती है।
एयर इंडिया के एक कर्मचारी के साथ मारपीट करने के चलते घरेलू विमानन सेवाओं द्वारा प्रतिबंधित और पुलिस द्वारा नामजद किए गए शिवसेना के सांसद रवींद्र गायकवाड़ ने दूसरे नामों का इस्तेमाल करते हुए राष्ट्रीय विमान सेवा में कम से कम तीन बार सीट बुक करवाने का प्रयास किया। हालांकि तीनों बार उनके प्रयास विफल ही साबित हुए।