सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र और राज्यों से गोरक्षा के नाम पर हो रही हिंसक घटनाओं पर जवाब मांगा है। कोर्ट ने इनसे इस तरह की किसी भी घटनाओं को प्रश्रय नहीं देने को कहा है। केंद्र सरकार ने आज जस्टिस दीपक मिश्रा की अगुवाई वाली बेंच को जानकारी दी कि कानून और व्यवस्था राज्य का विषय है पर वह देश में किसी भी तरह की अतिसतर्कता का समर्थन नहीं करती है।
शिवसेना ने देश में गोरक्षा के नाम पर बढ़ रही हिंसा पर गहरी चिंता जताई है। केंद्र में राजग सरकार की सहयोगी शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में सवाल उठाया है कि हुड़दंग करने वाले तथाकथित गोरक्षक उस वक्त कहां थे जब आतंकियों ने हाल में अमरनाथ यात्रियों पर हमला किया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गो रक्षा के नाम पर हिंसा करने वालों के खिलाफ राज्य सरकारों को कड़ी कार्रवाई करने के लिए कहा है। उन्होंने कहा है कि गो माता की रक्षा होनी चाहिए लेकिन कानून किसी को हाथ में लेने का अधिकार नहीं है।
आरएसएस के एक बड़े नेता ने गोरक्षा को लेकर बड़ा बयान दिया है। कहा गया कि गोरक्षा को लेकर राजनीति करना काफी दुर्भाग्यपूर्ण है। इसे संघर्ष का रूप देना सामाजिक पाप है।