उत्तराखंड की 69 विधानसभा सीटों पर आज सुबह मतदान शुरू हो गया जहां 74 लाख से ज्यादा मतदाता मताधिकार का प्रयोग करके चुनाव में किस्मत आजमा रहे 628 प्रत्याशियों के भविष्य का फैसला ईवीएम में बंद करेंगे।
कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए किये गये गठबंधन को जमीनी स्तर पर और मजबूत करने के लिए एेसी 10सीटों पर जहां दोनों के उम्मीदवार मैदान आ गये थे, वहां अपने पांच -पांच उम्मीदवारों को हटा लेने का एेलान किया है।
उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में जागरूक मतदाता होने की मिसाल पेश करते हुए एक दुल्हन विदाई से पहले मतदान केंद्र पर वोट डालने पहुंची। बरेली जिले के कैंट विधानसभा क्षेत्र के सदर तहसील मतदान केंद्र पर आज दुल्हन निशा विदा होने से पहले सजी धजी कार से अपने दूल्हे धर्मेंद्र के साथ मतदान केंद्र पर वोट डालने पहुंची।
दक्षिण भारत में केरल अकेला राज्य है जहां तमाम प्रयास के बावजूद भारतीय जनता पार्टी को कभी बड़ी चुनावी कामयाबी नहीं मिली। हालांकि बीते विधानसभा चुनाव में पहली बार राज्य में कमल खिला और पार्टी का एक विधायक जीतने में कामयाब हुआ।
समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने जनता को राज्य में विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा समेत किसी भी दल से कोई तालमेल ना करने का दावा जताने वाली बहुजन समाज पार्टी (बसपा) मुखिया मायावती के झांसे में नहीं आने की सलाह दी। उन्होंने आज कहा कि बसपा की नेता कब किससे समझौता कर ले, कुछ नहीं कहा जा सकता।
उत्तराखंड की 69 विधानसभा सीटों पर बुधवार को 68 फीसदी से ज्यादा मतदान दर्ज किया गया। मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग करके 628 प्रत्याशियों का भविष्य ईवीएम में कैद कर दिया।
भारतीय जनता पार्टी के महासचिव भूपेंद्र यादव का कहना है कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में पार्टी जाति और धर्म के नाम पर नहीं चुनाव लड़ रही है। आउटलुक से विशेष बातचीत में यादव कहते हैं कि उनका मुख्य मुद्दा विकास का है और इसी को ध्यान में रखकर पार्टी चुनाव लड़ रही है।
कांग्रेस के चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर को 2018 में होने वाले राजस्थान, मध्यपद्रेश और छत्तीसगढ़ के चुनावों की भी जिम्मेदारी देने की तैयारी है। सूत्रों के मुताबिक, पांच राज्यों के चुनाव के बाद उनको यह जिम्मेदारी दे दी जाएगी। उनकी इन चुनाव की रणनीति को काफी कारगर माना जा रहा है। शुरुआती जो संकेत मिल रहे हैं, उसमें यही है कि फिलहाल प्रशांत किशोर की उत्तर प्रदेश, पंजाब और उत्तराखंड की रणनीति कामयाब रही है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को प्रदेश में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के गठबंधन पर अपने हमले को और धार देते हुए कहा कि पहले चरण का मतदान बताता है कि कितने भी गठबंधन कर लो, लेकिन पाप धुलने वाले नहीं हैं।