उत्तराखंड के पिथौरागढ़ और चमोली जिले के विभिन्न हिस्सों में शुक्रवार तड़के भारी बारिश होने और बादल फटने से 12 लोगों की मौत हो गयी तथा दर्जनों घर जमींदोज हो गये और मलबे में कई लोग दब गये। पिथौरागढ़ जिले के सिंघली क्षेत्र में बादल फटने से आठ लोगों की मौत हुई और 25 अन्य लापता हो गये।
सियाचिन ग्लेशियर से जीवित निकाले गए बहादुर सैनिक लांस नायक हनुमंथप्पा कोप्पाड का आज निधन हो गया। सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आज बताया लांस नायक हनमनथप्पा नहीं रहे। उन्होंने सुबह 11 बजकर 45 मिनट पर अंतिम सांस ली। मद्रास रेजिमेंट के 33 वर्षीय सैनिक के परिवार में उनकी पत्नी महादेवी अशोक बिलेबल और दो वर्ष की एक बेटी नेत्रा कोप्पाड है। कर्नाटक के धारवाड़ के बेटादूर गांव के रहने वाले कोप्पाड 13 वर्ष पहले सेना से जुड़े थे।
सियाचिन ग्लेशियर में एक सप्ताह पहले बर्फ खिसकने से 30 फुट नीचे दबे रहने के बाद जीवित निकाले गए लांस नायक हनमंथप्पा कोप्पाड का दिल्ली के सैन्य अस्पताल में जीवन के लिए संघर्ष जारी है। अस्पताल के अनुसार कोप्पाड कोमा में हैं और उनकी हालत अत्यंत गंभीर बनी हुई है। अगले 24 से 48 घंटे काफी कठिन रहने का अनुमान है।
सियाचिन ग्लेशियर में भूस्खलन के कारण फंसे सभी दस जवान मृत पाए गए हैं। इस दुखद घटना पर गहरा शोक जताते हुए जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल डी. एस. हुड्डा ने कहा, ‘यह बहुत दुखद घटना है और हम विपरीत परिस्थितियों में अपनी सीमाओं की रक्षा कर रहे अपने बहादुर जवानों को सलाम करते हैं जिन्होंने अपना कर्तव्य निभाते हुए अपने जीवन की आहुति दी है।’ इनमें एक जूनियर कमीशन अधिकारी और सेना के 19 मद्रास बटालियन के नौ जवान शामिल थे।