लीबिया में अगवा किए गए चार भारतीयों में से दो सुरक्षित तरीके से सिर्ते विश्वविद्यालय पहुंच गए हैं। भारतीय विदेश मंत्रालय ने यह जानकारी दी है। मंत्रालय ने कहा है कि बाकी दो शिक्षकों की रिहाई के लिए प्रयास जारी है। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने दो शिक्षकों की रिहाई पर खुशी जाहिर की है।
अरुणाचल प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री रहे और केंद्र की नरसिम्हा राव की सरकार में मंत्री रहे पी के थुंगन को आज दिल्ली की एक अदालत ने चार साल के कैद की सजा सुनाई। अदालत ने थुंगन को कैद की सजा देने के अलावा उन पर 10,000 रूपए का जुर्माना भी लगाया।
एक और मॉडल फिल्मी परदे पर दस्तक दे रहा है। मॉडल से एक्टर बने जुबेर के. खान इस साल बड़े परदे पर चार फिल्मों में दिखेंगे। खास बात यह कि पूर्व क्रिकेटर श्रीसंत की जिंदगी पर बन रही फिल्म ‘वो कौन थी’ में जुबेर उनके अपोजिट होंगे। वहीं अनुराग बसु के एसोसिएट रहे दिगंबर शर्मा की फिल्म ‘पिक्चर तो बनेगी बॉस’ में भी जुबेर अहम किरदार में दिखेंगे। ‘पिक्चर तो बनेगी बॉस’ एक रोमांटिक कॉमेडी फिल्म है। इसके अलावा पेन कैमरा इंटरनेशनल के बैनर तले बन रही फिल्म ‘सोल’ और ‘द ड्रीम जॉब’ भी उनके खाते में है।
कानून की डिग्री हासिल करने में धोखाधड़ी और जालसाजी करने के आरोपों में मंगलवार पूर्वाह्न गिरफ्तार किए गए दिल्ली के कानून मंत्री जितेंद्र सिंह तोमर को साकेत कोर्ट ने चार दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया है। बताया जा रहा है कि पुलिस अब तोमर को दोनों संबंधित यूनिवर्सिटी में ले जाकर जांच करेगी।
राजनीतिक रूप से संवेदनशील केरल के कन्नूर जिले में एक देसी बम फटने से दो लोगों की मौत हो गई और चार जख्मी हो गए। बताया जा रहा है कि मौत का शिकार बने दोनों व्यक्ति माकपा के कार्यकर्ता थे।
चार दिन की देरी की बाद शुक्रवार को मानसून केरल पहुंच गया है। राज्य के अधिकांश इलाकों में बारिश हुई है। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटे के दौरान मानसून के आगे बढ़ने की उम्मीद जताई है। आगामी 22-23 जून तक यह उत्तर व उत्तर पश्चिमी भारत पहुंच सकता है।
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), यानी भारत के गरीब और आम बीमार आदमी का मक्का-मदीना। देश भर के गरीबों के लिए बड़ी से बड़ी बीमारियों से लड़ने का आखिरी मुकाम। अक्सर यह बड़े नेताओं के इलाज करवाने की वजह से भी चर्चा में रहता है। एक बार फिर इसका चरित्र बदलने की कवायद चल रही है। एक बार फिर इसे रईसों, सुविधा संपन्न बीमारों के लिए चमचमाने की कोशिश हो रही है। यह पूछने की जरूरत नहीं है कि ऐसा आम मरीजों के इलाज और विद्यार्थियों की पढ़ाई के लिए आने वाले पैसे से ही करने की तैयारी है।