Advertisement

Search Result : "चेनाब नदी पर बना पुल"

नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत 2446 करोड़ रूपये की परियोजनाओं को मंजूरी

नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत 2446 करोड़ रूपये की परियोजनाओं को मंजूरी

नमामि गंगे कार्यक्रम को महत्‍वपूर्ण गति प्रदान करते हुए राष्ट्रीय गंगा नदी घाटी प्राधिकरण की अधिकार प्राप्‍त संचालन समिति ने उत्‍तराखंड में हरिद्वार से उत्‍तराखंड की सीमा तक, उत्‍तर प्रदेश में गढ़मुक्‍तेश्‍वर, बिहार में बक्‍सर, हाजीपुर और सोनपुर, झारखंड में साहेबगंज, राजमहल और कन्‍हैया घाट में गंगा के तट पर तथा दिल्‍ली में यमुना पर घाटों और श्मशान स्‍थलों के विकास की परियोजनाओं को मंजूरी दे दी है। इन परियोजनाओं पर 2446 करोड़ रूपये खर्च होंगे। इन स्‍थानों पर घाटों और श्‍मशान स्‍थलों के विकास से गंगा और यमुना में प्रदूषण में कमी आयेगी। इन सभी परियोजनाओं को केंद्र सरकार की नमामि गंगे योजना के तहत कार्यान्वित किया जाएगा और इनका पूरा खर्चा केंद्र सरकार उठायेगी।
सड़क एवं पुल निर्माण के लिए गडकरी से मिले लालू और तेजस्वी

सड़क एवं पुल निर्माण के लिए गडकरी से मिले लालू और तेजस्वी

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव और उनके बेटे और राज्य के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने केंद्रीय सड़क, परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात की। इस दौरान राज्य में सड़क एवं पुल निर्माण के लिए जल्द ही योजनाओं को शुरू किए जाने की मांग की।
बाबा साहेब का जन्मदिन जल दिवस के रूप में मनेगा- उमा भारती

बाबा साहेब का जन्मदिन जल दिवस के रूप में मनेगा- उमा भारती

केंद्रीय जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा सरंक्षण मंत्री उमा भारती ने कहा कि बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर का जन्मदिवस जल दिवस के रूप में मनाया जाएगा। नई दिल्ली में जलसंसाधनों के बहुउद्देशीय विकास एवं वर्तमान चुनौतियां विषय पर आयोजित राष्‍ट्रीय संगोष्‍ठी को संबोधित करते हुए उन्‍होंने देश के कुछ भागों में सूखे की स्थिति पर चिंता व्‍यक्‍त की।
अब गंगा-जर्मनी तहजीब से सफल बनाएंगे नमामि गंगे को

अब गंगा-जर्मनी तहजीब से सफल बनाएंगे नमामि गंगे को

केंद्रीय जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्रालय और जर्मनी के जर्मन इंटरनेशनल कोआपरेशन (जीआईजेड) के बीच आज नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत गंगा नदी के संरक्षण लागू करने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर हुआ।
कोहिनूर हीरे का भारत लौटना मुश्किल, सालों पुराना कानून बना अड़चन

कोहिनूर हीरे का भारत लौटना मुश्किल, सालों पुराना कानून बना अड़चन

आज से 43 साल पुराने कानून का हवाला देते हुए केंद्र ने कहा है कि भारत कोहिनूर हीरे को वापस प्राप्त नहीं कर सकता है। इस नियम के तहत उन प्राचीन वस्तुओं को वापस लाने की अनुमति नहीं है, जो आजादी से पहले देश से बाहर ले जाई जा चुकी हैं।
बंगाल चुनाव में भ्रष्टाचार बना सबसे अहम चुनावी मुद्दा

बंगाल चुनाव में भ्रष्टाचार बना सबसे अहम चुनावी मुद्दा

बंगाल में होने जा रहे चुनाव में भ्रष्टाचार मुख्य मुद्दा बन गया है। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) शासित बंगाल में लोकतंत्र की बहाली के अलावा कांग्रेस-वाम मोर्चा गठबंधन ने सारदा घोटाले और नारद स्टिंग ऑपरेशन के रूप में भ्रष्टाचार को मुख्य चुनावी मुद्दा बनाया है। गौरतलब है कि सारदा घोटाले में लाखों निवेशकों के रूपये डूब गए थे जबकि नारद स्टिंग ऑपरेशन में टीएमसी के कुछ नेताओं को घूस लेते हुए दिखाया गया है।
शिक्षा के क्षेत्र में मिशाल बना तेलंगाना

शिक्षा के क्षेत्र में मिशाल बना तेलंगाना

लगभग दो साल पहले नवगठित राज्य तेलंगाना में जब विधानसभा चुनाव हो रहे थे तब राज्य की प्रमुख पार्टी तेलंगाना राष्ट्र समिति ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में एक वादा किया था कि केजी टू पीजी तक की शिक्षा नि:शुल्क और अनिवार्य होगी। अब उस घोषणा पर अमल करते हुए राज्य सरकार ने इस साल के शैक्षणिक सत्र से इसकी शुरुआत करने जा रही है।
नीतीश की तारीफ के पुल बांध दिए मोदी ने

नीतीश की तारीफ के पुल बांध दिए मोदी ने

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता के समय से ही बिहार के विकास की अनदेखी करने का कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए उसपर निशाना साधा। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के राजग का हिस्सा रहने के गुजरे वक्त को भी याद किया जब नीतीश ने यहां कई रेल परियोजनाओं का उद्घाटन किया था।
भाजपा ने कन्हैया को हीरो बना दिया: शिवसेना

भाजपा ने कन्हैया को हीरो बना दिया: शिवसेना

शिवसेना ने जेएनयूएसयू अध्यक्ष कन्हैया कुमार को मुफ्त प्रसिद्धि दिलाने के लिए भाजपा पर आज परोक्ष हमला करते हुए पूछा कि कन्हैया को इतने कम समय में जमानत कैसे मिल गई जबकि देशद्रोह के अन्य आरोपी अब भी जेल की सलाखों के पीछे हैं।
भाजपा-पीडीपी गठजोड़ बना रहेगा मगर महबूबा ने लगाई कुछ शर्तें

भाजपा-पीडीपी गठजोड़ बना रहेगा मगर महबूबा ने लगाई कुछ शर्तें

पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने आज कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार को राज्य में कारगर शासन के लिए माहौल पैदा करने की खातिर निर्णायक विश्वास बहाली के कदम उठाने चाहिए। जम्मू के सांबा जिले में पीडीपी कार्यकर्ताओं की एक सभा को संबोधित करते हुए महबूबा ने कहा कि केंद्र सरकार को जम्मू-कश्मीर तक पहुंचना है ताकि हताशा और अलगाव के अंधकारमय परिदृश्य को समाप्त किया जा सके क्योंकि सही राजनैतिक, आर्थिक और सुरक्षा चिंताएं सत्ता की राजनीति से आगे जाती हैं। महबूबा ने कहा, शांति और स्थिरता विकास और कारगर शासन के लिए पूर्व शर्त हैं।
Advertisement
Advertisement
Advertisement