राज्यसभा चुनाव से पहले सियासी सरगर्मियां तेज हो गई हैं। गुजरात के कांग्रेसी विधायकों को बेंगलुरु में ठहराने वाले मंत्री के कई ठिकानों पर आयकर विभाग ने छापेमारी की है।
टैक्स चोरी के मामले में लोगों पर छापा मारकर करोड़ों का कालाधन उजागर करने वाले झारखंड के चीफ इनकम टैक्स कमिश्नर तपस कुमार दत्ता इन दिनों खुद सीबीआई की गिरफ्त मे आ गए हैं। सीबीआई ने बुधवार को उनसे जुड़े 23 ठिकानों पर छापेमारी के बाद तपस कुमार को गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया है।
राजद सुप्रीमो लालू यादव की मुश्किलें आज और बढ़ गईं, जब केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने उनके 12 ठिकानों पर छापेमारी कर, केस दर्ज किया। छापेमारी की कार्रवाई के बाद लालू प्रसाद यादव ने अपनी पहली प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा पर निशाना साधा है।
सीबीआई के शिंकजे में फंसे लालू यादव के ठिकानों पर छापेमारी के बाद राजनीतिक माहौल काफी गर्मा गया है। एक के बाद एक नेता लालू यादव पर अपनी प्रतिक्रिया देने में लगे हुए हैं। वहीं, इस कतार में शामिल केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने मामले को लेकर बिहार के सीएम पर हमला बोला है।
छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि राज्य के अखबारों ने उनके द्वारा दिए विज्ञापनों को छापने से मना कर दिया है। इसके लेकर पार्टी ने प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया को लिखित में शिकायत की है।
एनडीटीवी के प्रमोटर प्रणय रॉय पर हुई सीबीआई की कार्रवाई को लेकर कुछ नेताओं के बयान आए हैं। वहीं कुछ नेताओं ने चुप्पी साध ली है। जहां मीडिया जगत में इस कार्रवाई को दुर्भावनापूर्ण हमला माना जा रहा है, वहीं राजनीतिक हलकों में भी कुछ नेता प्रणय रॉय और एनडीटीवी के समर्थन में उतर आए हैं। लेकिन कई बड़े नेता जो अक्सर अलग-अलग मसलों पर ट्वीट करते रहते हैं उनका यहां मौन रहना समझ से परे है।
दिल्ली सरकार की ओर से तीन सौ करोड़ रुपये की एस्पाइयरी दवा खरीदने व घोटाले को लेकर भ्रष्टाचार निरोधक शाखा ने जांच शुरू कर दी है और इस सिलसिले में कई जगह छापेमारी की है। समझा जाता है कि दिल्ली के पूर्व मंत्री कपिल मिश्रा की शिकायत पर यह कार्रवाई की गई है।