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पीपीएफ, एनएससी व केवीपी पर ब्याज दरें घटाई, छोटे निवेशकों को झटका

पीपीएफ, एनएससी व केवीपी पर ब्याज दरें घटाई, छोटे निवेशकों को झटका

केंद्र सरकार ने पीपीएफ, एनएससी व किसान विकास पत्र (केवीपी) जैसी लघु बचत योजनाओं पर मिलने वाले ब्याज की दरों में कटौती कर दी है। अब पीपीएफ और एनएससी पर 7.8 फीसदी ब्याज मिलेगा जबकि केवीपी पर 7.5 फीसदी। सीनियर सिटीजन की बचत योजनाओं ओर सुकन्या समृद्धि योजना की ब्याज दरें भी फिर से तय की गई हैं इन्हें 8.3 फीसदी रखा गया है। नई दरें पहली जुलाई से लागू होंगी।
लालू के छोटे बेटे ने नीतीश कुमार को बताया अवसरवादी

लालू के छोटे बेटे ने नीतीश कुमार को बताया अवसरवादी

लगता है कि राष्ट्रपति चुनाव में नीतीश कुमार का एनडीए को समर्थन देने का फैसला उनके बिहार में महागठबंधन के लिए काफी हानिकारक साबित हो रहा है। जेडीयू और आरजेडी के नेताओं के बीच उठा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया पर अपने कार्यक्रम 'दिल की बात' में नीतीश कुमार को अवसरवादी और स्वार्थी कहकर निशाना साधा है। नीतीश के साथ-साथ तेजस्वी ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को भी निशाने पर लिया।
राहुल के इटली दौरे पर बोले विजयवर्गीय, “हम भी जब छोटे थे गर्मियों में नानी के घर जाते थे”

राहुल के इटली दौरे पर बोले विजयवर्गीय, “हम भी जब छोटे थे गर्मियों में नानी के घर जाते थे”

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के नानी से मिलने के लिए इटली जाने वाले ट्वीट पर भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा है, वे भी जब छोटे होते थे तो गर्मियों की छुट्टियों में नानी के घर घूमने जाया करते थे।
स्वच्छता सर्वे: सूची में कुछ बेहतर शहरों का पीछे रह जाना

स्वच्छता सर्वे: सूची में कुछ बेहतर शहरों का पीछे रह जाना

केंद्र सरकार ने 2017 में किए गए सर्वे के बाद स्‍वच्‍छ शहरों की सूची पेश की है उसमें कुछ शहरों को निचले पायदान पर रखा गया है। वहीं कुछ शहरों को एक-दो सालों के अंतराल में ही शीर्ष स्‍थान में शामिल किया गया है। सरकार के मापदंडों के आधार पर शहरों का क्रम विकास के पैमाने को अवश्‍य परिभाषित कर रहा है लेकिन कुछ खास शहरों का पीछे रह जाना कुछ सवाल भी पैदा कर रहा है।
यूपी में 2.15 करोड़ छोटे किसानों पर 62 हजार करोड़ का कर्ज

यूपी में 2.15 करोड़ छोटे किसानों पर 62 हजार करोड़ का कर्ज

उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के मंत्रिमण्डल की पहली बैठक मंगलवार शाम को होगी। इसमें किसानों की कर्जमाफी समेत कई अहम फैसले लिये जा सकते हैं।
टोक्यो है दुनिया का सबसे ईमानदार शहर

टोक्यो है दुनिया का सबसे ईमानदार शहर

ईमानदारी सबसे अच्छी नीति होती है और इसे चरितार्थ करते हैं हैं जापान की राजधानी टोक्यो के लोग। इसी कारण इस शहर को दुनिया का सबसे ईमानदार शहर माना जाता है। हर साल टोक्यो पुलिस के खोया-पाया विभाग के पास लोगों की खोई चीजें पहुंचती हैं। जब भी लोगों को कोई सामान कहीं लावारिस पड़ा मिलता है, तो लोग उसे पुलिस के पास पहुंचा देते हैं।
सरकार ने छोटे कर बकायेदारों को दी बड़ी राहत

सरकार ने छोटे कर बकायेदारों को दी बड़ी राहत

सरकार ने आज टैक्स के मामले में अहम फैसला करते हुए 18 लाख छोटे कर बकायेदारों को बड़ी राहत दी है। आयकर विभाग ने 100 रुपये तक के अब तक के सभी कर बकायों को माफ करने का फैसला किया है।
भाजपा राज में नागपुर बनता जा रहा आपराधिक शहर : शिवसेना

भाजपा राज में नागपुर बनता जा रहा आपराधिक शहर : शिवसेना

महाराष्‍ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के क्षेत्र नागपुर में खराब कानून व्यवस्था का आरोप लगाते हुए शिवसेना ने भाजपा पर जबरदस्त निशाना साधा और कहा कि शहर को निश्चित रूप से भाजपा की पकड़ से बचाना होगा। लिहाजा पार्टी ने हैरानी जतायी कि शहर दुनिया की आपराधिक राजधानी बनने की दिशा में अग्रसर है।
उत्तराखंड में दावोस जैसा शहर बसाना चाहते हैं गडकरी

उत्तराखंड में दावोस जैसा शहर बसाना चाहते हैं गडकरी

केंद्रीय संड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने हिमालयी राज्य उत्तराखंड में दावोस जैसा एक शहर बसाने की अपनी इच्छा जाहिर की है। विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) की सालाना बैठक में यहां पहुंचे गडकरी ने एक बातचीत में अपनी यह मंशा जाहिर की।
भारत में कई शहर जहां सांस लेना मुश्किल: ग्रीनपीस रिपोर्ट

भारत में कई शहर जहां सांस लेना मुश्किल: ग्रीनपीस रिपोर्ट

ग्रीनपीस इंडिया द्वारा ऑनलाइन रिपोर्ट और सूचना के अधिकार के तहत देश भर के विभिन्न राज्यों के प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड से मिली जानकारियों के आधार पर बनाई गई वायु प्रदूषण की मौजूदा स्थिति पर बनी रिपोर्ट बेहद भयावह है। इसमें भारत के किसी भी शहर में डब्लूएचओ और दक्षिण भारत के कुछ शहरों को छोड़कर भारत के किसी भी शहर में केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के प्रदूषण निंयत्रित करने के लिए बनाए गए मानकों की सीमा का पालन नहीं किया है। 24 राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों के 168 शहरों की स्थिति पर ग्रीनपीस इंडिया द्वारा बनी इस रिपोर्ट का नाम ‘वायु प्रदूषण का फैलता जहर’ नाम दिया गया है। इसमें प्रदूषण का मुख्य कारण जीवाश्म इंधन को जलाना बताया गया है।
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