तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ई.के. पलानीस्वामी ने आज कहा कि अन्नाद्रमुक प्रमुख जे. जयललिता की मृत्यु में कोई रहस्य नहीं है जैसा कि कुछ हलकों में दावा किया जा रहा है।
कभी वी के शशिकला के समर्थक रहे तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जे जयललिता के भतीजे दीपक जयकुमार ने कहा है कि शशिकला का मुख्यमंत्री बनना तमिलनाडु की जनता को स्वीकार नहीं था। जयकुमार का दावा है कि दिवंगत अन्नाद्रमुक प्रमुख ने अपनी संपत्ति उनके और उनकी बहन के नाम की है।
दिवंगत नेता जे जयललिता के 69वीं जयंती के एक दिन पहले अन्नाद्रमुक महासचिव वीके शशिकला ने आज कहा कि वह अपनी दोस्त जयललिता की अनुपस्थिति में अकेला महसूस कर रही हैं।
जैसे को तैसा के तेवर अपनाते हुए तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री पनीरसेल्वम के खेमे ने आज अन्नाद्रमुक महासचिव वीके शशिकला और उनके दो संबंधियों को पार्टी के सिद्धांतों और आदर्शों के खिलाफ जाने के लिए पार्टी से हटा दिया।
वीके शशिकला के समर्थक इडाप्पडी के पलानीस्वामी गुरुवार को तमिलनाडु के मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलायी गयी जिससे अन्नाद्रमुक महासचिव के खिलाफ कार्यवाहक मुख्यमंत्री पन्नीरसेल्वम की बगावत से राज्य में शुरू हुई राजनीतिक अनिश्चितता समाप्त हो गयी।
तमिलनाडु में राज्यपाल सी विद्यासागर राव ने पलानीस्वामी को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया है। आज शाम 4.30 बजे पलानीस्वामी मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। उन्हें बहुमत साबित करने के लिए 15 दिन का समय दिया गया है। आज ही पलानीस्वामी राज्यपाल से मिलने पहुंचे थे।
अन्नाद्रमुक की प्रमुख वीके शशिकला को बुधवार को जेल भेज दिया गया। उन्होंने बेंगलुरु की एक अदालत में आत्मसमर्पण किया। मंगलवार को उच्चतम न्यायालय ने आय से अधिक संपत्ति के मामले में उनकी सजा बहाल कर दी थी।
अन्नाद्रमुक की दिवंगत सुप्रीमो जे जयललिता, उनकी करीबी सहयोगी वी के शशिकला और दो अन्य की ओर से इकट्ठा की गई 55 करोड़ रूपए की संपत्तियों में 2.51 करोड़ रूपए के सोने एवं हीरे के गहने और 15.9 लाख रूपए की कलाई घड़ियां शामिल थीं।
लालू प्रसाद यादव, सुखराम और अब शशिकला, उनकी संरक्षक तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय जयललिता एवं उनके करीबियों को सर्वोच्च अदालत से सजा, जेल, जुर्माना भारतीय न्याय व्यवस्था की साख बढाने वाला है।