पंजाब में विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस नशे के कारोबार को बड़ा मुद्दा बनाने में जुट गए हैं। वहीं अकाली दल के नेता मानते हैं कि यह कोई मुद्दा ही नहीं है।
मैं अयोध्या के बाराबंकी कस्बे का रहने वाला हूं। मैंने अपने इलाके और उसके आसपास कभी राम मंदिर और बाबरी मस्जिद को लेकर नफरत का माहौल नहीं देखा। इस माहौल की शुरूआत दिल्ली से हुई। सन 1947 में हमारी जमीन बंटी और 1992 में हमारे दिल बंट गए। जिस दिन हमारे दिल बंटे, वह दिन हमारे लिए सबसे बदनसीब दिन था। चुनाव जीतने के चक्कर में हमारी नस्लें बरबाद हो गईं। हैरान हूं कि यह लोग अभी भी चैन से नहीं बैठ रहे हैं। आखिर यह इस मुद्दे को कहां ले जाकर छोड़ना चाहते हैं?
दुनिया के किस मुल्क में हंसने-हंसाने पर रोक हो सकती है? कम्युनिस्ट चीन हो या इस्लामी देश ईरान और पाकिस्तान रंगमंच, सिनेमा में सामाजिक मुद्दों-व्यक्तित्वों पर हास्य-व्यंग्य प्रभावशाली होता है।
रेल से यात्रा करने वाले यात्रियों को दी जाने वाली सब्सिडी की ओर संकेत करते हुए रेलवे ने एक चार्ट जारी किया है। इसमें सेब, फिल्म के टिकट, तेल जैसी रोजाना इस्तेमाल की जाने वाली वस्तुओं के मूल्य की तुलना रेल किराये से की गई है।
कालाधन के मामले में सरकार को बड़ी कामयाबी हासिल हुई है। कालेधन की घोषणा के लिए बनाए गए कंप्लायंस विंडो (अनुपालन खिड़की) के जरिये 31 दिसंबर तक विदेशों में अघोषित संपत्ति रखने वालों से 2,428.4 करोड़ रुपये का कर वसूला गया है। विंडो के तहत विदेशों में कालाधन रखने वालों द्वारा अघोषित संपत्ति के बारे में 600 से अधिक घोषणाएं की गईं।
बॉलीवुड का सबसे प्रतिष्ठित अवॉर्ड फिल्मफेयर के प्रति हमेशा से अलग तरह की चाहत रही है। फिल्मफेयर के 61 साल के इतिहास में पहली बार साधारण दर्शक इसका हिस्सा बन पाएंगे।
समाजवादी पार्टी ने बागियों के खिलाफ कार्यवाही करते हुए अपने एक विधायक को सस्पेंड कर दिया है जबकि जिला पंचायत चुनाव में पार्टी सांसद धर्मेन्द्र की बहन को टिकट दिया गया है।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने पिछले महीने भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दौरे के समय भारत में असहिष्णुता और मानवाधिकारों से जुड़े मुद्दे भी उठाए थे। यह जानकारी ब्रिटेन की सरकार ने वहां की संसद को दी है।
व्यापक वाम एकता के साथ देश भर में फैल रहे सांप्रदायिक वैमन्सय से मुकाबला करने के लिए जुड़े वाम दल, अंबेडकर को मनुवादी व्यवस्था के खिलाफ नेता के तौर पर स्थापित करने की रणनीति
असहिष्णुता पर छिड़ी बहस को राजनीतिक मुद्दा करार देते हुए भारत के चीफ जस्टिस टीएस ठाकुर ने कहा है कि जब तक न्यायपालिका स्वतंत्र और विधि के शासन को बनाए रखने वाली है, तब तक किसी को घबराने की जरूरत नहीं है।