ऐसा कौन संगीत प्रेमी है, जिसे पंचम के गीत पसंद न हों। अपने गीतों से बॉलीवुड में सबको दीवाना बनाने वाले राहुल देव बर्मन यानी पंचम दा का आज जन्मदिन है। वैसे तो वह कोलकाता (तब कलकत्ता) में जन्में थे लेकिन अपनी धुनों से उन्होंने पूरे जमाने को अपना बना लिया।
देश में जरूरतमंद बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए लैक्सेस इंडिया ने बीड़ा उठाया है। इससे पहले ही लैंक्सेस ने ‘टीच फॉर इंडिया’ कार्यक्रम की शुरूआत की थी। एक साल बाद ही कंपनी ने इस योजना का जबदस्त विस्तार करने का निर्णय लिया है।
केंद्र सरकार द्वारा 500 और 1000 रुपये के नोटों का चलन बंद किए जाने का असर उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव लड़ने जा रही राजनीतिक पार्टियों की तैयारियों पर भी पड़ सकता है। हालांकि सभी पार्टियां केंद्र सरकार के इस कदम से खुद पर पड़ने वाले असर के मुद्दे पर खामोश हैं, लेकिन चुनावों के लिए पार्टियों द्वारा चंदा एकत्र किए जाने के अब तक के तौर-तरीकों से यह सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि बड़े नोटों का चलन बंद हो जाने से उन पर क्या असर पड़ेगा।
भारत में कनाडा के उच्चायोग ने लड़कियों के सशक्तीकरण के समर्थन में शुक्रवार को रन फॉर हर दौड़ का आयोजन किया। इस दौड़ में सैंकड़ों की संख्या में छात्रों के साथ ही विभिन्न समुदाय के नेता भी शामिल हुए।
उड़ी हमले की पृष्ठभूमि में भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच पड़ोसी देश की 19 लड़कियां मंगलवार की रात चंडीगढ़ पहुंचीं। इन लड़कियों का मानना है कि जंग का यह अफसाना सिर्फ हमारी सरकारों और मीडिया तक सीमित है जबकि सरहद के दोनों तरफ की आवाम को अमन चाहिए।
फिलीपीन के पूर्व राष्ट्रपति फिदेल रामोस ने हांगकांग की अपनी यात्रा के दौरान चीनी अधिकारियों से मुलाकात के बाद दक्षिण चीन सागर मुद्दे के हल के लिए औपचारिक वार्ता का आह्वान किया है। यह आह्वान अंतरराष्ट्रीय न्यायाधिकरण के फैसले में दक्षिण चीन सागर पर चीन का दावा खारिज किए जाने के बाद आया है।
हॉलीवुड की अभिनेत्री और फिल्म निर्माता एंजेलिना जोली अमेरिका के जॉर्जटाउन विश्वविद्यालय में पढ़ाएंगी। यूएस पत्रिका के मुताबिक इससे पहले जोली लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स (एलएसई) में अतिथि शिक्षक भी रह चुकी हैं।
देशवासियों को अंगदान के लिए प्रेरित करने के इरादे से चार विभिन्न क्षेत्राें में परास्नातक युवक अपने काम-धंधे छोड़कर साइकिलों पर 4500 किमी की यात्रा पर निकलेंगे। उनकी यह यात्रा 17 जून को कन्याकुमारी से शुरू होगी और 50 दिन बाद 6 अगस्त को विश्व अंगदान दिवस के मौके पर लेह में समाप्त हो जाएगी। इनमें से तीन युवक अलग-अलग वर्गाें में राष्ट्रीय स्तर के एथलीट रहे हैं।