उच्चतम न्यायालय ने साफ कर दिया है कि अगर किसी मुजरिम को एक या उससे अधिक अपराधों में एक से ज्यादा बार आजीवन कारावास की सजा दी जाती है तो उसकी दोनों सजाएं एक साथ ही चलेंगी अलग-अलग नहीं।
भारतीय सेना ने जम्मू कश्मीर के अनंतनाग जिले के काजीगुंड में सोमवार को हुई गोलीबारी की घटना पर गहरा अफसोस जताया जिसमें तीन व्यक्तियों की मौत हो गई थी। सेना ने इस घटना की जांच का भी आदेश दिया है।
कांग्रेस नेता शशि थरूर की पत्नी सुनंदा पुष्कर की मौत से कुछ घंटे पहले उनके साथ ट्विटर पर हुए विवाद में शामिल पाकिस्तानी पत्रकार मेहर तरार से दिल्ली पुलिस ने इस मामले में पूछताछ की है। इससे पहले भी फरवरी में मेहर तरार की पसंद के अनुसार नई दिल्ली के एक प्रमुख होटल में उनसे पूछताछ हुई थी।
दिल्ली और एनसीआर में सुबह से हो रही झमाझम बारिश ने लोगों की परेशानियां बढ़ा दी हैं। बारिश की वजह से दल्ली के कई इलाकों में पानी जमा हो गया है। हालांकि शनिवार होने की वजह से सड़कों पर ट्रैफिक हम होना चाहिए लेकिन जगह-जगह जलभराव और खराब गाड़ियों की वजह से सड़कों पर भारी जाम है।
सुप्रीम कोर्ट लगातार अपनी निष्पक्षता से ऐतिहासिक फैसले देकर लोकतंत्र में व्यवस्था को निरंकुश होने से बचाने के साथ शीर्षस्थ पूंजीपतियों, संस्थाओं की अनियमितताओं को रोकने का काम कर रहा है।
पहली बार सरकार भारत-पाकिस्तान सीमा पर, दूसरी ओर से होने वाली गोलीबारी के शिकार नागरिकों के परिजनों को उसी तरह से पांच लाख रूपये का मुआवजा देगी, जिस तरह का मुआवजा आतंकवाद या माओवादी हिंसा में मरने वालों के परिजनों को दिया जाता है। गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने सीमा पार से होने वाली गोलीबारी के पीड़ितों को मुआवजा देने का तथा आतंकवादी और माओवादी हिंसा के पीड़ितों को दी जाने वाली मुआवजा राशि तीन लाख रूपये से बढ़ा कर पांच लाख रूपये करने का फैसला किया है।
मुजफ्फरनगर के दंगों की पृष्ठभूमि पर बनी फिल्म शोरगुल देश के अलग-अलग हिस्सों में दिखाई जा रही है लेकिन मेरठ और मुजफ्फरनगर के लोग यह फिल्म नहीं देख पा रहे हैं।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की मौत की जांच सही तरीके से होती तो दूध का दूध पानी का पानी हो जाता। शाह ने कहा कि जिस अमानवीय तरीके से उन्हें कालकोठरी में कैद कर लिया गया जहां रहस्यमय परिस्थितियों में उनका असमय ही निधन हो गया। इसकी जांच सही तरीके से हाेनी चाहिए थी।
केयर इंडिया ने ‘यूएसएड’ के सहयोग से ‘आरंभिक भाषा एवं साक्षरता’ पर एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार की गई है। जिसका मकसद है कि बच्चों में कौशल विकास और भाषा के स्तर को कैसे मजबूत किया जाए।